नई शुरुआत के लिए कैमरन पाक दौरे पर
५ अप्रैल २०११अमेरिका के बाद अब ब्रिटेन की ओर से भी इस दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन मंगलवार से पाकिस्तान की यात्रा पर हैं. वहां दिए जाने वाले भाषण की प्रति इस बीच प्रेस को उपलब्ध कराई गई हैं, जिसके अनुसार वह संबंधों की नई शुरुआत की वकालत करने वाले हैं. उनके भाषण में पिछले समय की गलतफहमियों को दूर करते हुए और वर्तमान तनावों को सुलझाते हुए भविष्य की संभावनाओं साथ मिलकर खोजने पर बल दिया गया है.
जुलाई 2010 में भारत की यात्रा के दौरान डेविड कैमरन ने कहा था कि आतंकवाद के सवाल पर पाकिस्तान को दोहरा रुख अपनाने की इजाजत नहीं दी जा सकती है. इस बयान के बाद से दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों में ठंडापन आ गया था. अब इस यात्रा के जरिए ब्रिटिश प्रधानमंत्री इन संबंधों को पटरी पर वापस लाने की कोशिश करेंगे. वह पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी से मिलने वाले हैं. समझा जा रहा है कि उनकी बातचीत में आतंकवाद विरोधी अभियान और अफगानिस्तान की स्थिति पर मुख्य रूप से ध्यान दिया जाएगा.
पिछले अगस्त में पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की ब्रिटेन यात्रा के दौरान बिगड़े संबंधों को सुधारने की शुरुआत की गई थी. उनकी ओर ध्यान दिलाते हुए डेविड कैमरन कह रहे हैं कि पाकिस्तान के साथ संबंध कभी टूटने वाले नहीं हैं. लेकिन उनका यह भी कहना है कि इन संबंधों को चुनौतियां मिल रही हैं और दोस्ती के जरिये इन चुनौतियों से निपटना है.
दोनों देशों के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा संवाद शुरु किया गया है, जिसके तहत दोनों पक्षों की पहली बैठक होने वाली है. इन बातचीतों में ब्रिटिश प्रधानमंत्री के साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ डेविड रिचर्ड, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार पीटर रिकेट्स व विदेशी गुप्तचर सेवा के प्रधान जॉन सावर्स भाग लेंगे. पाकिस्तान की ओर से प्रधानमंत्री गिलानी के अलावा सेनाध्यक्ष जनरल परेवेज अश्फाक कयानी और आईएसआई के मुखिया लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शुजा पाशा इस बैठक में भाग लेंगे.
रिपोर्ट: एजेंसियां/उभ
संपादन: प्रिया एसेलबोर्न