पर्थ में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को हराया
१९ दिसम्बर २०१०रविवार को चौथे दिन का खेल शुरु होते ही इंतजार इस बात का होने लगा कि इंग्लैंड कितनी देर संघर्ष करेगा. 81 रन पर पांच विकेट खोने के बाद जेम्स एंडरसन और इयान बेल क्रीज पर आए. लेकिन रायन हैरिस के सामने उनकी और उनके बाद आने वाले बल्लेबाजों की एक न चली. 50 मिनट के भीतर टीम स्कोरबोर्ड में सिर्फ 42 रन जोड़ सकी और ध्वस्त हो गई.
हैरिस ने पहले एंडरसन और फिर एक ही ओवर में बेल और प्रायर को सीमा रेखा से बाहर भेजा. नौवें विकेट के रूप में स्वान आए और पहली पारी में छह विकेट लेने वाले जॉनसन का शिकार बने. इसके बाद तीन रन जुड़े और इंग्लैंड का स्कोर 123 रन पहुंचा. बस इस मोड़ पर हैरिस ने स्टीवन फिन को आउट कर इंग्लैंड की छटपटाहट खत्म कर दी. पहली पारी में 187 रन बनाने वाला इंग्लैंड दूसरी पारी में सिर्फ 123 रन पर ढेर हो गया.
शानदार गेंदबाजी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने 267 रन के विशाल अंतर से टेस्ट जीता और एशेज में जोरदार वापसी भी की. मेजबान टीम के लिए राहत की बात उसकी गेंदबाजी रही. पहली पारी में जॉनसन ने इंग्लैंड पर कहर ढाया तो दूसरी पारी में हैरिस ने एंड्र्यू स्ट्रास की बटालियन को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया.
नौ विकेट लेकर इंग्लैंड की हार का तय करने वाले मिचेल जॉनसन को मैन ऑफ द मैच चुना गया. इस मैच से पहले जॉनसन को ऑस्ट्रेलियाई टीम से बाहर करने की मांग बड़े जोरों से हो रही थी. ब्रिसबेन में खेले गए पहले टेस्ट में जॉ़नसन 158 रन देकर कोई विकेट हासिल नहीं कर सके. इसकी वजह से उन्हें एडिलेड टेस्ट में नहीं उतारा गया. लेकिन तीसरे मैच में उन्होंने ऐसी वापसी की, कि आलोचकों और विपक्षी टीम मूक दर्शक बन गए.
एशेज सीरीज में अब तक तीन टेस्ट मैच खेले जा चुके हैं और श्रृंखला 1-1 से बराबरी पर आ गई है. अभी दो टेस्ट मैच बाकी हैं. ऑस्ट्रेलिया की जीत के बाद माना जा रहा कि अब इंग्लैंड के लिए सीरीज जीतने से ज्यादा जरूरी अब उसे किसी तरह ड्रॉ पर रोके रखना होगा. चौथा टेस्ट 26 दिसंबर से मेलबर्न की तेज और उछाल भरी पिच पर खेला जाएगा.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: महेश झा