पाक मीडिया ने बातचीत को सराहा
२८ जुलाई २०११पाकिस्तान के एक्सप्रेस ट्रिब्यून डेली ने लिखा है, "पाकिस्तान-भारत रिश्तेः संबंधों की नई सुबह." डेली टाइम्स ने अपने शीर्षक में लिखा है, "पाकिस्तान और भारत ने अपने रिश्तों में नए दौर की बात कही है, जिससे रिश्ते पटरी पर लौट सकें." दूसरी तरफ दक्षिणपंथी अखबार द नेशंस ने हेडलाइन लगाई है, "भारत कश्मीर पर भी बात करना चाहता है." मशहूर अखबार डॉन का कहना है, "पाकिस्तान और भारत ने बातचीत दोबारा शुरू करने की तलाश शुरू कर दी है."
मंगलवार को हुई बातचीत के बारे में द न्यूज का कहना है कि पाकिस्तान और भारत व्यापार बढ़ाने और वीजा नियमों को आसान करने की दिशा में बढ़ रहे हैं. इसने लिखा है, "दोनों पक्ष कश्मीर सहित सभी मुद्दों को हल करना चाहते हैं."
पाकिस्तान की उर्दू प्रेस ने भी ऐसा ही रुख अपनाया है. प्रसिद्ध उर्दू अखबार जंग का कहना है, "पाकिस्तान और भारत कश्मीर पर मतभेद कम करने को तैयार हुए." नवाएवक्त अखबार का कहना है कि कश्मीरियों को छह महीने का मल्टीपल इंट्री वीजा मिलेगा और कश्मीर समस्या के शांतिपूर्ण हल के लिए बातचीत जारी रहेगी.
एक्सप्रेस ट्रिब्यून का कहना है, "भारतीय मीडिया ने जिस तरह से हिना रब्बानी खर के सामाजिक जीवन का चित्रण किया है और उनके फैशन की समझ को दर्शाया है, भारतीय विदेश मंत्री एसएम कृष्णा के साथ उनकी बातचीत को लेकर लोगों के बीच संपर्क पर इससे अच्छा प्रभाव पड़ेगा. भारतीय मीडिया ने खर की कीमती जेन बर्किन हैंडबैग, शनेल सनग्लास और मोतियों की माला की खूब चर्चा की है."
द नेशन ने कहा है कि विदेश मंत्रियों ने अपनी मुलाकात के आखिर में रिश्तों में नए मोड़ की बात कही और आतंकवाद से निपटने की साझा कोशिशों का जिक्र किया. उन्होंने सीमा के दोनों पार व्यापार और कारोबार बढ़ाने की भी चर्चा की.
उदारवादी डेली टाइम्स ने रिपोर्ट दी है, "भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों ने इस बात का संकेत दिया कि बिना बाधा के खत्म हुई बातचीत के बाद दोनों देशों के रिश्तों में नया अध्याय शुरू हो सकता है." द न्यूज ने भी कुछ ऐसा ही नजरिया अपनाया है और लिखा है कि परमाणु शस्त्र संपन्न पड़ोसियों के बीच बातचीत इलाके में तनाव कम करने की दिशा में अच्छा कदम है.
सेना को समर्थन देने वाले पाकिस्तान आब्जर्वर ने लिखा है, "पाकिस्तान और भारत ने आपस के सभी मुद्दों को शांतिपूर्ण तरीके से निपटाने का भरोसा दिया है. साथ ही पड़ोसियों में सकारात्मक और दोस्ताना रिश्ते भी बनाने पर जोर दिया."
भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों ने कई स्तर पर बातचीत की. वैसे भारतीय प्रेस में पाकिस्तान की विदेश मंत्री 34 साल की हिना रब्बानी खर के फैशन और कपड़ों पर भी खूब चर्चा हुई और इस वजह से विदेश नीति और कूटनीति से जुड़े बेहद गंभीर विषय अखबारों के पहले पन्ने और संपादकीयों से छिटक कर तीसरे पन्ने (पेज 3) पर भी चले गए.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः महेश झा