पाक सुरक्षा बलों पर दो हमले, चार की मौत
१८ जून २०११बलूचिस्तान प्रांत में उग्रवाद से ग्रस्त पुंजुगुर जिले में रिमोट कंट्रोल के जरिए मोटरसाइकल बम से धमाका किया गया. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने एएफपी को बताया, "दो बच्चों समेत तीन लोग मारे गए हैं और 26 लोग घायल हो गए हैं. धमाके में अर्धसैनिक बलों के काफिले को बनाया गया है." घायलों में पांच सैनिक भी शामिल हैं.
सरकारी अर्धसैनिक बल फ्रंटियर कोर ने भी धमाके की पुष्टि की है. अभी तक किसी ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है. बलूचिस्चान में संघीय सरकार के खिलाफ 2004 में भड़के विद्रोह के बाद से वहां हजारों आम लोगों की जानें गई हैं. विद्रोही राजनीतिक स्वायत्तता की मांग कर रहे हैं. वे अपने इलाके में मौजूद तेल, गैस और खनिज संसाधनों से होने वाले फायदे में हिस्सेदारी भी चाहते हैं.
अन्य घटना में पश्चिमोत्तर पाकिस्तान के दक्षिणी वजीरिस्तान में उग्रवादियों ने लाढा कस्बे में सुरक्षा चौकी पर हमला किया. इसके बाद दोनों तरफ से हुई गोलीबारी में एक सैनिक की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए. पेशावर में एक सुरक्षा अधिकारी ने बताया, "हमले में एक सैनिक मारा गया है और दो घायल हो गए हैं. जवाबी कार्रवाई में तीन उग्रवादी भी मारे गए हैं."
किसी जमाने में पाकिस्तानी तालिबान और उज्बेक लड़ाकों के लिए बदनाम रहा लाढा अब सिर्फ खंडहरों का ढेर नजर आता है. वहां 2009 में शुरू किए गए सैन्य अभियान से खासी तबाही हुई है.
पाकिस्तान के एबटाबाद शहर में जब से अमेरिकी सैन्य टुकड़ी नेवी सील के अभियान में अल कायदा नेता ओसामा बिन लादेन की मौत हुई, तब से अमेरिका पाकिस्तान पर दबाव डाल रहा है कि वह उत्तरी वजीरिस्तान में सैन्य कार्रवाई करे ताकि वहां मौजूद आतंकवादियों की पनाहगाहों को खत्म किया जा सके. अमेरिकी सरकार पाकिस्तान की इस अर्धस्वायत्त कबायली पट्टी को दुनिया की सबसे खतरनाक जगह और अल कायदा का मुख्यालय बताती है. यह इलाका अल कायदा, तालिबान और उनसे जुड़े दूसरे आतंकी संगठनों का गढ़ है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
सपादनः एस गौड़