पाकिस्तान ने की बातचीत बहाली की पुष्टि
१० फ़रवरी २०११रविवार को भूटान की राजधानी थिम्पू में दोनों देशों के विदेश सचिवों की बैठक के बाद पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने बातचीत बहाल होने के बारे में बनी सहमति की घोषणा की है. अप्रैल 2010 में थिम्पू में ही दोनों देशों के प्रधानमंत्री भी मिले थे.
पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के बयान के मुताबिक, "थिम्पू में दोनों देशों के प्रधानमंत्री की मुलाकात से बने माहौल के मुताबिक उनके बीच सभी मुद्दों पर बातचीत बहाल करने पर सहमति बनी है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री जुलाई 2011 तक भारत का दौरा करेंगे और भारतीय विदेश मंत्री के साथ मिल कर वार्ता की प्रगति की समीक्षा की जाएगी. विदेश मंत्रियों की बैठक से पहले फिर दोनों देशों के विदेश सचिव मिलेंगे."
2008 में मुंबई हमलों के बाद दोनों देशों के संबंधों में दरार आ गई. भारत लगातार पाकिस्तान से मांग कर रहा है कि वह अपने यहां पनप रहे आतंकवादियों पर रोक लगाए और मुंबई हमलों में शामिल लोगों के बारे में जानकारी सौंपे. मुंबई के अलावा अफगानिस्तान भी दोनों के बीच विवाद का मुद्दा रहा है. पाकिस्तान चाहता है कि अफगानिस्तान उसके प्रभाव में रहे. साथ ही उसका मानना है कि तालिबान के साथ किसी भी तरह के समझौते में उसका शामिल होना जरूरी होगा.
उधर भारत ने अफगानिस्तान में गृह युद्ध के दौरान तालिबान के खिलाफ लड़ने वाले नॉर्थन अलायंस का समर्थन किया था और उसका मानना है कि तालिबान को बढ़ावा देने से भारत में आतंकवादी हमलों का खतरा है. विश्लेषकों का कहना है अमेरिका अफगानिस्तान से बाहर निकलना चाहता है और इसी वजह से पाकिस्तान और भारत पर संबंध बेहतर बनाने के लिए दबाव डाल रहा है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः ओ सिंह