पाकिस्तान में नाटो के 16 टैंकर जलाए
१५ जनवरी २०११बलूचिस्तान में क्वेटा से 400 किलोमीटर दूर डेरा मुराद जमाली शहर के बाहर इन टैंकरों को आग लगाई गई. स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी अब्दुल फतह खज्जाक ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया, "हमलावर कार में सवार होकर आए थे. इन लोगों ने अफगानिस्तान जाने के रास्ते में एक पेट्रोल पंप के बाहर ड्राइवरों के आराम के लिए रूके टैंकरों पर गोलियों की बौछार कर दी." फायरिंग के बाद इन टैंकरों में आग लग गई और 16 ट्रक धू धू कर जलने लगे. दो ट्रक थोड़ी दूर खड़े होने के कारण इन गोलियों की बौछार से बच गए.
टैंकरों में आग लगने के बाद बंदूकधारी हमलावार वहां से भाग गए. अभी तक किसी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. एक सुरक्षा अधिकारी ने भी टैंकरों के जलाए जाने की पुष्टि की है.
पिछले साल अक्टूबर में भी बंदूकधारियों ने अफगानिस्तान जा रहे 29 टैंकरों को जला दिया था. तब यह घटना के क्वेटा से 180 किलोमीटर दूर मित्री इलाके में हुई थी. पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत की सीमा ईरान और अफगानिस्तान से लगती है. पूरा इलाका इस्लामिक आतंकवाद और शिया सुन्नी समुदाय के बीच चल रहे तनाव के कारण हिंसा की चपेट में है. अलगाववादी ताकतें भी इस इलाके में काफी सक्रिय हैं जो अपने लिए प्राकृतिक संसाधनों में बड़ा हिस्सा और राजनीतिक स्वायत्तता की मांग कर रही हैं.
अफगानिस्तान में मौजूद अंतरराष्ट्रीय सेना के लिए इमदाद पाकिस्तान से होकर ही जाती है. हालांकि बीते दिनों में अंतरराष्ट्रीय फौज ने मध्य एशिया से होकर दूसरे रास्तों का इस्तेमाल भी बढ़ा दिया है. पाकिस्तान ने 30 सितंबर को उत्तर पश्चिमी सीमा पर नाटो की सप्लाई 11 दिनों के लिए बंद कर दी थी. नाटो के हैलीकॉप्टरों से पाकिस्तान सीमा के भीतर हुए हमले में दो सैनिकों की मौत के बाद पाकिस्तान ने ये कार्रवाई की थी. इस दौरान नाटो को जरूरी चीजों के आपूर्ति करने वाली कई गाड़ियां जला दी गई. तालिबानी आतंकवादी पाकिस्तान के कबायली इलाके में नाटो के ड्रोन हमले का बदला लेने के लिए इस रास्ते को पूरी तरह से बंद करने पर अमादा थे.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः ओ सिंह