पाकिस्तान से भी बरसीं सचिन पर तारीफें
२० दिसम्बर २०१०पूर्व पाकिस्तानी कप्तान राशिद लतीफ ने कहा, "अब सचिन का क्रिकेट इतिहास का महानतम खिलाड़ी होने का दावा एकदम जायज हो गया है. और अगर कुछ लोग अब भी इसके खिलाफ तर्क करते हैं तो भी उनके सबसे सफल होने में तो कोई शक नहीं. उनका 50वां शतक उनकी क्षमता और खेल के लिए दीवानगी का सबूत है."
पाकिस्तान के ही एक और पूर्व क्रिकेट कप्तान जावेद मियांदाद सचिन की इस उपलब्धि से बेहद खुश हैं. मियांदाद 1989 में सचिन के पहले टेस्ट मैच में खेले थे. वह कहते हैं, "जब वह एक किशोर के रूप में कराची टेस्ट मैच में बैटिंग करने आए तो हमें पता चल गया था कि लड़के में कुछ बात है. वह करीब 21 साल से मैदान पर हैं और उन्होंने खुदा की दी काबिलियत के साथ पूरा इंसाफ किया है. टेस्ट हो या वनडे, उनकी उपलब्धियां किसी भी क्रिकेटर के लिए फख्र की बात हैं." मियांदाद ने कहा कि उन्हें नहीं लगता सचिन का 50 टेस्ट शतकों का रिकॉर्ड कभी टूटेगा.
मंगलवार को 76 साल के होने वाले पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर हनीफ मोहम्मद ने कहा कि जिस टेस्ट मैच में सचिन बैटिंग कर रहे हों, वह उसे जरूर देखते हैं. उन्होंने बताया, "मैं उस मैच को देखने की कोशिश जरूर करता हूं जिसमें सचिन खेल रहा हो क्योंकि मैंने आज तक तकनीकी रूप से इतना काबिल बल्लेबाज नहीं देखा. और फिर उसकी मेहनत और लगन भी कमाल की है. वह तो एक फिनोमिना है. नौजवान खिलाड़ियों के लिए एकदम सही आदर्श."
पूर्व पाकिस्तानी विकेटकीपर और कप्तान मोइन खान ने कहा कि सचिन के साथ वह बहुत खेले हैं और रनों के लिए उनकी भूख के कायल हैं. उन्होंने कहा, "वह हमेशा मुकाबला करते हैं लेकिन बहुत नरम स्वभाव के हैं. वह साबित करते हैं कि खेल के लिए आपकी दीवानगी बनी रहे और आप फिट रहें तो फिर उम्र कोई मायने नहीं रखती."
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः ए कुमार