फेसबुक से डेटिंग साइट पर पहुचीं तस्वीरें
६ फ़रवरी २०११लवली फेस डॉट कॉम नाम की इस वेबसाइट पर इन ढाई लाख लोगों की तस्वीरों को उनकी राष्ट्रीयता, लिंग, हंसोड़, आत्मसंतुष्टि और दूसरे आधार पर अलग अलग श्रेणियों में बांटा गया है. इस ऑनलाइन डेटिंग वेबसाइट को बनाने वालों की पहचान पाओलो सिरियो और अलेसांद्रो लुडोविष के रूप में दो कलाकार के तौर पर हुई है.
बर्लिन से जारी ऑनलाइन बयान में इन दोनों ने कहा है, "हमारा मिशन लोगों की वर्चुअल पहचान को मुक्त रूप से आपसी मेलजोल के लिए एक नया मंच देना है. जहां लोगों पर न फेसबुक की पाबंदियां होंगी न हीं सोशल नेटवर्किंग साइट के बोर करने वाले नियम कानून." इन कलाकारों ने बताया कि फेसबुक से चुराई गई तस्वीरों को एक खास सॉफ्टवेयर के जरिए उनके चेहरें के भावों के आधार पर छांटा गया है.
कलाकारों ने कहा है, "डाटाबेस तैयार करने के लिए हमने लाखों तस्वीरें देखीं और फिर उनकी मुस्कुराहट, चेहरे के हाव भाव और इस तरह के दूसरे कारकों के आधार पर तस्वीरों को चुना. इस तरह से हमने लोगों को अपनी वेबसाइट के जरिए ये आजादी दी है कि कोई भी शख्स उनके चेहरे के हाव भाव से प्रभावित हो कर उनसे जुड़ सकता है."
कलाकार भले ही अपनी हरकत को लोगों के हित में बता रहे हों पर फेसबुक को ये बात बिल्कुल पसंद नहीं आई और दुनिया की इस सबसे मशहूर वेबसाइट ने तस्वीरों की चोरी को नियमों का उल्लंघन बताया है. फेसबुक ने कहा है कि वो मामले की तहकीकात कर रही है और जल्दी ही उचित कदम उठाएगी.
दिलचस्प बात ये है कि फेसबुक शुरू करने वाले मार्क जुकरबर्ग पर भी हॉर्वर्ड यूनिवर्सिटी की वेबसाइट हैक करने का आरोप है. यूनिवर्सिटी के छात्र रहते जुकरबर्ग ने वहां के कंप्युटर से छात्रों की तस्वीरें चुराई और फेस माश के नाम से वेबसाइट शुरू किया.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः महेश झा