बच्चों की कब्रगाह बनता पूर्वी यूक्रेन
२२ दिसम्बर २०१७बेहताशा बारूदी सुरंगों के चलते पूर्वी यूक्रेन दुनिया के सबसे खतरनाक इलाकों में से एक है. यूएन चिल्ड्रेन्स फंड (यूनिसेफ) के मुताबिक पूर्वी यूक्रेन के 2,20,000 बच्चे आए दिन मौत का जोखिम उठाते हैं. बारूदी सुरंग की चपेट में आने से इस साल हर हफ्ते एक बच्चे की या तो मौत हुई या फिर वह बुरी तरह जख्मी हुआ.
बारूदी सुरंगें रूस से सटे यूक्रेन के पूर्वी इलाके में हैं. 500 किलोमीटर लंबे और 30 किलोमीटर चौड़े इस इलाके में यूक्रेन की सेना और रूस समर्थक विद्रोही आमने सामने हैं. यूनिसेफ में यूक्रेन की प्रतिनिधि जियोवाना बारबेरिज दोनों पक्षों से इस खतरों को उखाड़न फेंकने की अपील कर रही है, "विवाद में शामिल सभी पक्षों को इन बर्बर हथियारों का इस्तेमाल तुरंत खत्म करना चाहिए. इनका समुदायों पर असर हो रहा है और बच्चे लगातार घायल होने या मरने का खतरा झेल रहे हैं."
कई बच्चे हथगोले या बम फ्यूज उठाते समय मारे जा चुके हैं. बारूदी सुरंगों के सबसे ज्यादा शिकार बच्चे ही होते हैं, करीब 40 फीसदी. बारूदी सुरंगों पर प्रतिबंध लगाने की अंतरराष्ट्रीय मांग के बावजूद इन जानलेवा हथियारों का इस्तेमाल जारी है.
इस बीच यूक्रेन और रूसी विद्रोहियों के बीच विवाद फिर सुलगने लगा है. यूक्रेन के राष्ट्रपति पेत्रो पोरोशेंको ने पूर्वी यूक्रेन में अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती का आदेश जारी किया है. हाल के दिनों में रूस समर्थक अलगाववादियों ने यूक्रेनी सेना के कई ठिकानों को रॉकेटों से निशाना बनाया. उन हमलों के बाद ही पोरोशेंकों ने यह आदेश दिया है.
इससे पहले दोनों पक्ष क्रिसमस के दौरान संघर्ष विराम के लिए राजी हुए थे. संघर्ष विराम 24 दिसंबर को शुरू होना है. लेकिन 2014 में शुरू हुए यूक्रेन संकट में संघर्ष विराम असफल ही साबित हुए हैं. विवाद में शामिल पक्ष अब तक कई बार संघर्ष विराम संधि तोड़ चुके हैं. यूक्रेन के संकट के चलते अब तक 10,000 लोग मारे जा चुके हैं.
ओएसजे/एनआर (डीपीए)