बढ़िया बढ़त के बाद भारत की खराब शुरुआत
२७ दिसम्बर २०१०पहली पारी के आधार पर टीम इंडिया को 74 रन की बढ़त मिली. वीरेंद्र सहवाग और मुरली विजय भारत की बढ़त को और मजबूत करने का इरादा लेकर क्रीज पर उतरे. शुरुआत दोनों बल्लेबाजों ने संभल कर की और स्कोर को 42 रन तक ले गए.
सहवाग अपने चिरपरिचित अंदाज में थे और उन्होंने 32 रन बनाने के लिए 31 गेंदों का सहारा लिया और उसमें 24 रन बाउंड्री से बनाए. लेकिन त्सोसोबे ने उन्हें अपने लपेटे में ले ही लिया. बाउचर के हाथों कैच आउट करा त्सोसोबे ने भारत को पहला झटका दिया.
अपने साथी के पैवेलियन लौटने के बाद मुरली विजय भी ज्यादा देर तक विकेट पर नहीं टिक सके और सिर्फ 9 रन पर मोर्केल की गेंद पर अमला के हाथों कैच आउट हो गए. मुरली विजय को गौतम गंभीर के स्थान पर मौका मिला था लेकिन वह दोनों पारियों में कमाल दिखाने में नाकाम रहे. इसके बाद राहुल द्रविड़ और सचिन तेंदुलकर भी सस्ते में निपट गए. सचिन को स्टेन और द्रविड़ को त्सोसोबे ने आउट किया.
फिलहाल क्रीज पर भारत के संकटमोचक और अनुभवी वीवीएस लक्ष्मण के साथ युवा खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा हैं. 16 रन पर खेल रहे लक्ष्मण के कंधों पर भारी जिम्मेदारी है. सेंचुरियन टेस्ट में करारी हार झेलने के बाद भारत को सीरीज बराबर करने के लिए यह मैच जीतना जरूरी है. भारत की कुल बढ़त 166 रन हो चुकी है और अभी उसके 6 विकेट बचे हैं.
इससे पहले भारत के 205 रन के स्कोर के जवाब में दक्षिण अफ्रीका बल्लेबाजी करने उतरा तो उसे सेंचुरियन टेस्ट की तरह बल्लेबाजी में शुरुआत से दबदबा बनाने की उम्मीद थी लेकिन डरबन में स्थिति बदल गई. पहले टेस्ट से बाहर रहे जहीर खान खान ने दिखा दिया कि वह टीम के लिए क्यों इतना महत्व रखते हैं.
पहली पारी में दक्षिण अफ्रीका की टीम 131 रन पर सिमट गई. जहीर और हरभजन सिंह की शानदार गेंदबाजी के आगे दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज लाचार रहे. जहीर ने 3 और हरभजन ने 4 विकेट झटक कर विपक्षी टीम की बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी. इशांत शर्मा और श्रीसंत ने एक एक विकेट लिया.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ओ सिंह