बदनाम बगराम मिला अफगानिस्तान को
११ सितम्बर २०१२बगराम जेल में इस समय 3000 तालिबान कैदी हैं. जेल हस्तांतरण की कार्यवाही के दौरान अफगानिस्तान का झंडा भी फहराया गया. इस दौरान अफगानिस्तान के रक्षा मंत्री इनायतुल्लाह नजारी ने वहां मौजूद भीड़ को संबोधित भी किया. उन्होंने कहा, "ये दिन अफगानिस्तान के लिए खास है. क्योंकि अब हम अपनी जेलों को खुद संभालने के काबिल हो गए हैं."
हालांकि अमेरिका ने अभी भी जेल में एक कोठरी अपने लिए आरक्षित रखी है. करजई सरकार ने इस पर आपत्ति दर्ज कराई है. अमेरिका का कहना है कि इस कोठरी में भविष्य में गिरफ्तार तालिबान कैदियों को पूछताछ के लिए रखा जाएगा.
मानवाधिकार कार्यकर्ता और सामाजिक संगठन अमेरिका पर बगराम जेल के कैदियों के साथ अमानवीय दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हैं. अमेरिका ने इसी साल मार्च में अफगानिस्तान को जेल सौंपने वाले करार पर हस्ताक्षर किए थे. इसके बाद से 600 और कैदियों को गिरफ्तार किया गया है. अभी तय नहीं हुआ है कि अमेरिका इन कैदियों को कब तक अफगानिस्तान को वापस करेगा.
इस बीच अमेरिका के रक्षा मंत्री लियोन पेनेटा ने कहा कि उन्होंने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई से फोन पर बात की है. बकौल पेनेटा उन्होंने करजई से कहा, "अमेरिका ने जेल में एक कोठरी अपने लिए इसीलिए आरक्षित किया है ताकि अफगानिस्तान के दुश्मनों को उसमें रखा जा सके." उन्होंने ये भी कहा कि अमेरिका ये पक्का करेगा कि अफगानिस्तान समझौते में लिखी शर्तों का पालन करे.
बगराम जेल के बारे में कहा जाता है कि यहां लोगों को बिना किसी कानूनी कार्यवाही के कैद रखा जाता है. हालांकि अफगान अधिकारी इससे इनकार करते हैं. इस बीच अफगानिस्तान के राष्ट्रपति करजई के प्रवक्ता, ऐमाल फैजी ने कहा कि बिना कानूनी प्रक्रिया के किसी को कैद रखना अफगानिस्तान के कानून के खिलाफ है.
अफगानिस्तान की सरकार लंबे समय से बगराम जेल को हस्तांतरित करने की मांग कर रही थी. कैदियों को प्रताड़ित करने के लिए कुख्यात बगराम जेल की तुलना इराक की अबू गरेब और ग्वांतानामो से की जाती है. कहा जाता है कि इस जेल में कैदियों को बिना किसी कानूनी कार्यवाही के लंबे समय तक कैद रखा जाता है. कहा जा रहा है कि अफगानिस्तान का मानवाधिकार आयोग अफगान सरकार के अधीन बगराम जेल का निरीक्षण करता रहेगा.
वीडी/एजेए (रॉयटर्स)