बस्तियां बनाने पर इस्राएली रोक खत्म
२७ सितम्बर २०१०अमेरिका ने इस रोक को आगे बढ़ाने के लिए कहा था लेकिन इस्राएल ने अब तक इस रोक को बनाए रखने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है. अमेरिका भी मानता है कि इस्राएल और फलीस्तीन के बीच शांति पर बातचीत के लिए इस रोक का बने रहना जरूरी है.
रोक की समयसीमा खत्म होने के कुछ ही मिनटों बाद इस्राएली प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतन्याहू ने फलीस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास से "शीघ्र और ईमानदार" बातचीत जारी रखने को कहा है जिससे कि साल भर के भीतर शांति समझौते पर सहमति बनाई जा सके. नेतन्याहू ने कहा," इस्राएल आने वाले दिनों में फिलीस्तीन के साथ बातचीत और संपर्क को शांति वार्ता के लिए जारी रखने को तैयार है."
इस्राएली प्रधानमंत्री पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की उस मांग को कोई असर नहीं दिखा जिसमें उन्होने बस्तियां बसाने पर लगी रोक को आगे बढ़ाने की बात कही थी. हालांकि इसके बावजूद अमेरिका ने कहा है कि वो दोनों पक्षों को बातचीत जारी रखने के लिए मनाता रहेगा. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता पीजे क्राउले ने कहा, "हम दोनों देशों पर बातचीत के लिए दबाव बनाते रहेंगे." क्राउले ने ये भी कहा कि विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने दोनों देशों के नेताओं से दो बार बात की है.
नेतन्याहू की गठबंधन सरकार में उस पार्टी का बहुमत है जो बस्तियां बनाने का काम जारी रखना चाहती है. नेतन्याहू ने बस्तियां बनाने वालों से संयम बनाए रखने का अनुरोध किया है. नेतन्याहू ने ये अनुरोध फलीस्तीन राष्ट्रपति महमूद अब्बास को बातचीत पर तैयार करने के लिए किया है.
महमूद अब्बास पहले से ही कह रहे हैं कि बस्तियां बनाने का काम जारी रहा तो बातचीत करना मुमकिन नहीं होगा. फलीस्तीन का मानना है कि ये बस्तियां फलीस्तीनी राज्य के निर्माण में सबसे बड़ी बाधा हैं और इनपर रोक लगे बगैर शांतिवार्ता नहीं हो सकती.
पश्चिमी किनारे पर बसी 100 से ज्यादा बस्तियों में करीब 4 लाख 30 हजार यहूदी रहते हैं. इस जमीन पर इस्राएल ने जॉर्डन से 1967 में मध्यपूर्व की जंग के बाद कब्जा किया था. अंतरराष्ट्रीय अदालत ने इस कब्जे को गैरकानूनी माना है लेकिन इस्राएल ऐसा नहीं मानता.
नेतन्याहू नई बस्तियों के निर्माण पर रोक के लिए अनुरोध कर रहे हैं लेकिन ऐसा होगा कहना मुश्किल है. बस्ती बनाने वाले नेताओं ने अगले सप्ताह से पश्चिमी किनारे पर 2000 घर बनाने का एलान किया है.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः एस गौड़