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बाद में बैटिंग करना चाहते हैं धोनी

५ मार्च २०११

वर्ल्ड कप में बाद में बैटिंग करने वाली टीम की अजीबोगरीब कामयाबी के बाद भारतीय टीम भी ऐसा करने का मन बना रही है. चमत्कारी जीत दर्ज करने वाली आयरलैंड से टीम इंडिया का रविवार को मुकाबला है और धोनी इसे लेकर संजीदा हैं.

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तस्वीर: AP

भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान धोनी ने शनिवार को इस बात के साफ संकेत दे दिए कि अगर बैंगलोर में रविवार को भारत ने टॉस जीता तो वह बाद में बल्लेबाजी करना पसंद करेंगे. भारत और आयरलैंड के बीच डे नाइट मैच खेला जाना है.

उन्होंने कहा, "कृत्रिम रोशनी में बल्लेबाजी करना आसान होता है. विकेट इसमें बेहतर रहता है. दूसरी पारी में गेंद सीधे बल्ले पर आती है. दोपहर में पहली पारी में गेंद को ज्यादा तेजी मिलती है और स्पिनरों को भी फायदा होता है. बाद में बैटिंग बेहतर होती है."

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बैंगलोर का विकेट गेंदबाजों के लिए कब्रगाह साबित हो रही है. यहां दो मैचों में 1323 से ज्यादा रन बन चुके हैं और दोनों ही बार बाद में बल्लेबाजी करने वाली टीम जबरदस्त फायदे में दिखी है. धोनी का कहना है, "भारत में ज्यादातर विकेट आपको सपाट मिलेंगे. तेज गेंदबाजों के लिए यहां कुछ खास नहीं है. रविवार को भी ऐसा हो सकता है. अभी आप नहीं कह सकते हैं कि विकेट घूमेगी या नहीं. दो मैचों में लगभग 1400 रन बन चुके हैं और मुझे लगता है अगले मैच में भी काफी रन बनेंगे."

यह पूछे जाने पर कि क्या भारत पांच गेंदबाजों से खेलेगा, धोनी ने कहा कि अपनी मजबूती का पता होना चाहिए, "यह मुश्किल है. आपको देखना होगा कि आप कहां मजबूत हैं. कभी कभी आपको लगता है कि रन काफी नहीं हैं. आप कोई 30 रन पीछे चल रहे हैं. अगर यूसुफ टीम में है, तो पांचवें बॉलर की कमी वह युवराज के साथ मिल कर पूरी कर सकते हैं. हम तो सात बल्लेबाजों के साथ खेलने की कोशिश करेंगे."

उन्होंने कहा कि अगर गेंदबाजों के लिए कुछ है तो वह स्पिनरों के लिए ही हो सकता है. हालांकि भारत ने अभी तक गेंदबाजी में अच्छा नहीं किया है लेकिन धोनी बैटिंग से ही खुश हैं. अब तक भारत के दो मैच में तीन शतक बन चुके हैं.

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तस्वीर: AP

उनका कहना है, "अच्छी बात यह है कि हर कोई रन बना रहा है. लोगों में बैटिंग की जगह पाने के लिए होड़ लगी है. युवराज चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करना पसंद करते हैं. विराट ने अच्छे हाथ दिखाए हैं. वह स्पिनर और तेज दोनों गेंदबाजों को खेल रहा है. कभी कभी तेजी से रन बनाने के लिए युवराज या यूसुफ को ऊपर भेजना पड़ता है."

रविवार के मैच में गेंदबाजी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अभी फैसला नहीं किया गया है, "पता नहीं स्पिनरों से फायदा होगा या फास्ट बॉलर आपके लिए काम कर पाएंगे. हम देखेंगे."

धोनी ने संकेत दिया कि अश्विन को मौका मिल सकता है लेकिन पीयूष के चयन को लेकर उन्होंने सफाई दी और कहा कि उनका चयन ठीक है.

पूरे क्रिकेट जगत की तरह धोनी भी आयरलैंड के केविन ओब्रायन की ऐतिहासिक पारी से प्रभावित हैं. उनका कहना है, "शुरू से ही वह अविश्वसनीय पारी लग रही थी. वह जिस तरह से गीयर बदल रहे थे, उसे देखना महान था. जहां तक रणनीति का सवाल है, हम उन्हें जल्दी आउट करने की कोशिश करेंगे. हमने ओब्रायन की पारी को बहुत पसंद किया. अच्छा लगा कि हम इसे सिर्फ देख रहे थे, यह हमारे खिलाफ नहीं थी."

धोनी ने एक बार फिर कहा कि 2007 वर्ल्ड कप में बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए मैच की याद उन्हें है और वे किसी भी टीम को हल्के में नहीं लेंगे. भारत ने इस वर्ल्ड कप की शुरुआत फेवरिट टीम के तौर पर की लेकिन गेंदबाजों के खराब प्रदर्शन के बाद आलोचना भी हो रही है. अभी वेस्ट इंडीज और दक्षिण अफ्रीका जैसी टीमों से ग्रुप मुकाबला बाकी है.

रिपोर्टः पीटीआई/ए जमाल

संपादनः एस गौड़

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