बिन लादेन की मौत का जश्न न मनाएं अमेरिकीः जवाहिरी
९ जून २०११बुधवार को यूट्यूब पर जारी एक वीडियो में अल जवाहिरी ने अमेरिकियों को चेतावनी दी कि वे अल कायदा पर बुरी दृष्टि न डालें. उसने कहा कि अल कायदा अमेरिका और उसके सहयोगियों के खिलाफ अपनी मुहिम जारी रखेगा. 28 मिनट की क्लिप में अल जवाहिरी ने कहा, "शेख हमसे दूर चले गए हैं. उन पर खुदा की रहमत हो. हम उनके जिहाद के रास्ते पर चलते रहेंगे ताकि मुसलमानों की जमीन से हमलावरों को निकाला जा सके और उन्हें अन्याय से मुक्त कराया जा सके. अल्लाह का शुक्र है कि आज अमेरिका को किसी व्यक्ति या गुट की बगावत नहीं बल्कि एक देश की बगावत झेलनी पड़ रही है जो अपनी नींद से जगा है."
2 मई को पाकिस्तानी शहर एबटाबाद में अमेरिकी सैन्य अभियान में अल कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन मारा गया. अल जवाहिरी अमेरिका पर 11 सितंबर 2001 को हुए हमलों से काफी पहले से ही बिन लादेन के साथ जुड़ा हुआ था. 9/11 के बाद अफगानिस्तान और इराक में युद्ध छिड़े.
बिन लादेन की मौत के बाद अल जवाहिरी को ही संगठन के नेता के तौर पर देखा जा रहा था लेकिन अल कायदा पर नजर रखने वालों का कहना है कि मिस्र के एक अन्य उग्रवादी सैफ अल-अदेल को अल कायदा का अंतरिम नेता बनाया गया है.
वीडियो में अल जवाहिरी ने अमेरिकियों को बिन लादेन की मौत पर जश्न न मनाने की हिदायत दी. उसने कहा, "इंतजार कीजिए और देखिए कि हर जश्न के बाद तुम्हें क्या झेलना होगा." उसने मौत के बाद बिन लादेन की लाश को समंदर में फेंकने के लिए भी अमेरिका की आलोचना की. कई मौलवियों ने भी इसे गैर इस्लामी करार दिया.
अल जवाहिरी ने कहा, "जब वह जिंदा थे तो उन्होंने अमेरिका को खौफजदा किया. मर कर भी वह अमेरिका को चैन नहीं लेने दे रहे हैं. उन्होंने उनकी लाश को कब्र में इसलिए नहीं दफनाया क्योंकि लाखों उनके चाहने वाले हैं." अल जवाहिरी ने कहा कि बिन लादेन मौत के बाद भी अमेरिका और इस्राएल को सताता रहेगा.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः ओ सिंह