बिल गेट्स को चाहिए 70 करोड़ डॉलर
२६ जनवरी २०११माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के संस्थापक गेट्स ने कहा है कि वह दुनियाभर से बीमारियों को मिटाने के अपने अंतरराष्ट्रीय अभियान में निवेश बढ़ाएंगे. समाचार एजेंसी रॉयटर्स को दिए एक इंटरव्यू में गेट्स ने बताया कि वह खुद और अन्य दान दाता आने वाले हफ्तों में कुछ और रकम देने का एलान करेंगे.
गेट्स एक संस्था चलाते हैं जिसका मकसद गरीब देशों में स्वास्थ्य की स्थिति सुधारना है. इस संस्था का कुल बजट लगभग 34 अरब डॉलर है. गेट्स ने कहा कि नए अनुदान पोलियो से लड़ने के लिए जरूरी धन उपलब्ध कराएंगे. उन्होंने कहा, "पोलियो अभियान के लिए हर साल लगभक एक अरब डॉलर की जरूरत होती है. 2011-12 के लिए अब भी लगभग 70 करोड़ डॉलर कम पड़ रहे हैं."
कहां है पोलियो
गेट्स ने कहा कि इस सारी कमी को तो पूरा नहीं किया जा सकता लेकिन दो हफ्ते के भीतर इसका एक बड़ा हिस्सा जुटा लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि पैसे की कमी की वजह से अभियान का विफल हो जाना दुखद होगा.
पोलियो ज्यादातर उन देशों की बीमारी है जहां साफ सफाई की कमी है. पांच साल से कम उम्र के बच्चे इस बीमारी का सबसे प्रमुख निशाना होते हैं. दुनिया के चार देश ऐसे हैं जिनमें पोलियो एक स्थानीय बीमारी है. ये हैं भारत, पाकिस्तान, नाइजीरिया और अफगानिस्तान.
1988 में विश्व स्वास्थ्य संगठन के अभियान शुरू करने के बाद से पोलियो के मामलों में 99 फीसदी की कमी आ चुकी है. तब पोलियो 125 देशों की बीमारी थी और हर रोज 1000 बच्चे इसका शिकार होते थे.
सबसे मुश्किल काम
बिल गेट्स कहते हैं कि पोलियो से लड़ना इस अभियान का सबसे मुश्किल हिस्सा है लेकिन यहां के बाद सिर्फ जीत है. उन्होंने कहा, "हमारे अनुदान देने वालों की लगातार मदद के दम पर हम यह कह सकते हैं कि हम तीन साल के भीतर पोलियो को एक जगह पर समेट देंगे और फिर हमें बस वहीं ध्यान लगाना होगा."
अगले हफ्ते गेट्स आबू धाबी की यात्रा करेंगे जहां वह क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहायान के साथ कुछ अनुदान का एलान कर सकते हैं. इसका इस्तेमाल अफगानिस्तान और पाकिस्तान में किया जाएगा. इसी हफ्ते दावोस में होने वाली विश्व आर्थिक फोरम की बैठक में भी गेट्स पोलियो पर फंड का एलान कर सकते हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः एन रंजन