बिहार में बजा चुनावी नगाड़ा, चुनाव 21 अक्टूबर से
७ सितम्बर २०१०भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी ने बिहार विधानसभा के चुनाव कार्यक्रम का एलान किया. सोमवार को चुनाव कार्यक्रम के एलान के साथ ही चुनाव आयोग ने आचार संहिता भी लागू कर दी. बिहार में 243 विधानसभा सीटें हैं. सुरक्षा और नक्सली प्रभाव को देखते हुए चुनाव छह चरणों में कराए जा रहे हैं. कुरैशी की अगुवाई में होने वाले यह पहले चुनाव हैं.
पहले चरण में 21 अक्तूबर को 47 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे. दूसरे चरण में 24 अक्तूबर को 45 सीटों के लिए मतदान होगा. तीसरे चरण में 28 अक्तूबर को 48 सीटों और चौथे चरण में एक नवंबर को 42 सीटों के लिए जनता बटन दबाएगी. नौ नवंबर को पांचवें चरण का मतदान होगा, जिनमें 35 सीटों के लिए आमना सामना होगा. छठे और आखिरी चरण में 20 नवंबर को 26 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे.
चुनाव आयोग के मुताबिक आखिरी चरण का मतदान खत्म होने के चार दिन बाद यानी 24 नवंबर को वोटों की गिनती शुरू की जाएगी. उम्मीद है कि 24 नवंबर की शाम तक ही विधानसभा की तस्वीर साफ हो जाएगी. बिहार में मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 27 नवंबर को पूरा हो रहा है.
बिहार में साढ़े पांच करोड़ से ज्यादा मतदाता हैं. राज्य के कुछ हिस्से नक्सली हिंसा की चपेट में भी हैं. यही वजह है कि शांतिपूर्ण चुनाव करवाने के लिए छह चरणों में वोट डाले जा रहे हैं, ताकि सुरक्षाबलों की तैनाती में दिक्कत ना हो. चुनाव आयोग के मुताबिक बिहार में 56,943 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे जिन पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के जरिए मतदान होगा.
राज्य में फिलहाल जेडीयू और बीजेपी की सरकार है. पिछले विधानसभा चुनावों में लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी के पांव उखड़ गए थे. इस बार लालू वापसी की कोशिश कर रहे हैं. हालांकि लोकसभा चुनावों में बिहार में उनकी पार्टी की गत और बुरी हुई.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: एन रंजन