बीसीसीआई को श्रीलंकाई क्रिकेटरों का मामला सुलझने की उम्मीद
१४ अप्रैल २०११खेल मंत्री महीनादानंदा अल्थुगामागे चाहते हैं कि श्रीलंकाई खिलाड़ी आईपीएल से ज्यादा अपनी राष्ट्रीय टीम को तवज्जो दें. आर्थिक रूप से मालामाल टी20 आईपीएल टूर्नामेंट में दुनिया भर के खिलाड़ी खेलते हैं. श्रीलंकाई खेल मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है, "भविष्य में राष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी तभी विदेशी टूर्नामेंटों में हिस्सा ले सकते हैं जब श्रीलंकाई राष्ट्रीय टीम के लिए उनके अभ्यास पर इसका कोई फर्क न पड़े."
बताया जाता है कि इंग्लैंड में होने वाले तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए चुने गए खिलाड़ियों को आईपीएल के साथ अपने कॉन्ट्रैक्ट के बावजूद अभ्यास के लिए वापस लौटना होगा. पूर्व कप्तान कुमार संगकारा और उपकप्तान महेला जयवर्धन सहित श्रीलंकाई राष्ट्रीय टीम के 11 खिलाड़ी आईपीएल में खेल रहे हैं. इनमें से कम से कम पांच खिलाड़ी इंग्लैंड दौरे के लिए टीम में शामिल हो सकते हैं.
खेल मंत्रालय के बयान में यह नहीं कहा गया है कि अभ्यास के लिए नहीं आने वाले खिलाड़ियों के खिलाफ क्या कदम उठाए जा सकते हैं, लेकिन आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि ऐसी सूरत में खिलाड़ियों को टीम से निकाला जा सकता है. इसी महीने क्रिकेट वर्ल्ड कप के फाइनल में भारत के हाथों हार के बाद श्रीलंका क्रिकेट में एक के बाद एक कई इस्तीफे दिए गए.
इस बीच भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड संकट सुलझाने के लिए श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड से बात कर रहा है. बीसीसीआई के एक अधिकारी ने भारतीय अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, "हम श्रीलंकाई बोर्ड से बात कर रहे हैं और जल्द ही इस संकट का हल निकलने की उम्मीद है." आईपीएल के नियमों के मुताबिक अगर कोई खिलाड़ी सीरीज के किसी मैच में हिस्सा नहीं लेता है तो उसे मैच की फीस नहीं मिलेगी. लेकिन मामला सिर्फ मैच फीस का नहीं है. फ्रैंचाइजियों को डर है कि टूर्नामेंट के बीच में ही श्रीलंकाई क्रिकेटरों के चले जाने से उनकी टीम के प्रदर्शन पर असर होगा.
श्रीलंकाई टीम को इंग्लैंड के खिलाफ पहला टेस्ट 26 मई को खेलना है. ऐसे में बीसीसीआई को उम्मीद है कि कुछ श्रीलंकाई खिलाड़ी आईपीएल के आखिर तक रुकेंगे जो 28 मई को खत्म होगा. बीसीसीआई के अधिकारी ने कहा, "श्रीलंका क्रिकेट से हमारे अच्छे रिश्ते हैं. हम इस मुद्दे को सुलझा लेंगे."
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः एन रंजन