बैंगलोर को हराकर चेन्नई फाइनल में
२५ मई २०११बैंगलोर के 176 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी चेन्नई सुपर किंग्स की शुरुआत खराब रही. जहीर खान पहले ही ओवर में माइकल हसी का विकेट ले उड़े. हसी खाता भी नहीं खोल सके. आईपीएल-4 में अब तक फ्लॉप रहे मुरली विजय ने एक बार टीम को अपने प्रदर्शन से निराश किया. पारी के दूसरे ही ओवर में श्रीनाथ अरविंद ने विजय को एलबीडब्ल्यू कर दिया.
1.3 ओवर में चेन्नई सात रन पर दो विकेट खो चुका था. क्रीज पर सुरेश रैना और एस बद्रीनाथ आए. इन दोनों ने विकेट पर पांव जमाए और धीरे धीरे पारी को संवारना शुरू किया. बद्रीनाथ और रैना के बीच तीसरे विकेट लिए 63 रन की साझेदारी हुई. 11 ओवर में चेन्नई 70 बना चुका था. टीम को अगले 9 ओवरों में जीत के लिए 106 रन बनाने थे, जो बहुत मुश्किल लग रहा था. इसी मोड़ पर ब्रदीनाथ का विकेट गिरा.
रैना का साथ देने कप्तान धोनी क्रीज पर उतरे. उन्होंने 19 गेंदों पर 29 रन बनाए. इसके बाद रैना का साथ देने मोर्केल आए. चेन्नई की जीत के अंकुर इस जोड़ी ने फोड़े. मैच का पासा 19वें ओवर में पलटा. मोर्केल और रैना ने इस ओवर में 21 रन बटोरे. आखिरी ओवर में मोर्केल ने एक गगनचुंबी छक्का और एक तेज तर्रार चौका जड़कर टीम को फाइनल में पहुंचा दिया. रैना ने नाबाद 73 रन की पारी खेली.
इससे पहले बैंगलोर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए चार विकेट पर 175 रन बनाए. अब तक बैंगलोर की जीत का आधार बने वेस्ट इंडीज के तूफानी बल्लेबाज क्रिस गेल इस मैच में सिर्फ आठ रन बना सके. विराट कोहली ने शानदार 70 रन की पारी खेली.
यह तीसरा मौका है जब चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल के फाइनल में पहुंची है. बुधवार को दूसरा प्ले ऑफ मुंबई और कोलकाता के बीच खेला जाएगा. इसमें जीतने वाली टीम को तीसरे प्ले ऑफ में बैंगलोर से भिड़ना होगा. उस मैच की विजेता फाइनल में चेन्नई से खेलेगी.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: ए जमाल