भयानक हादसे में ब्रिटिश ड्राइवर की मौत
१७ अक्टूबर २०११दो बार इंडियानापोलिज 500 के चैंपियन डेन व्हेलडन बेहद तेज रफ्तार से हुई कारों की टक्कर में उलझ गए. 77 नंबर की गाड़ी से पहचाने जाने वाले व्हेलडन के आगे चार कारें टकराईं. टक्कर के बाद कारों में आग लग गई. उन दो कारों को बचाने के चक्कर में एक ड्राइवर ने स्पीड कम कर बाएं मुड़ने की कोशिश की. इसी दौरान बायीं तरफ आ रही कई तेज रफ्तार कारें आपस में भिड़ गईं.
व्हेलडन इसी का शिकार बने. उनकी कार कई मीटर तक हवा में उड़ती रही और फिर किनारे लगी बाड़ से टकरा कर आग की लपटों में घिर गई. इमरजेंसी गाड़ियां तुरंत ट्रैक पर पहुंचीं लेकिन तब तक 33 साल के व्हेलडन बुरी तरह झुलस चुके थे. हेलीकॉप्टर से उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां दो घंटे बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इंडीकार के सीईओ रैंडी बेर्नाड ने व्हेलडोन की मौत की खबर दी, "इंडीकार को यह बताते हुए काफी दुख हो रहा है कि बुरी तरह घायल होने वाले डैन व्हेलडन अब नहीं रहे. हमारी संवेदनाएं और प्राथर्नाएं उनके परिवार के साथ हैं."
व्हेलडन को याद करते हुए ट्रैक साफ किया गया. सदमे के बावजूद साथी ड्राइवरों ने पांच चक्कर गाड़ी चला कर व्हेलडन को अपनी श्रद्धाजंलि दी. इस दौरान दर्शक भी शांति से स्टैंड पर खड़े रहे. 16 बार इंडी कार रेस जीतने वाले व्हेलडन दो बार सीरीज चैंपियन रह चुके थे.
अनुमान है कि रेस के दौरान कारें 360 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से भाग रही थीं. इसी दौरान आगे जा रही दो गाड़ियों के टायर आपस में टकराए. गर्म टायरों के टकराते ही दोनों कारों में आग लग गई. इसके बाद सब कुछ इतनी तेजी से हुआ कि बिल्कुल पीछे चल रहे 13 ड्राइवरों को संभलने का मौका तक नहीं मिला. कुछ ही सेंकेडों के भीतर 15 कारें एक दूसरे से भिड़ गईं.
चैंपियन विल पॉवर समेत तीन अन्य ड्राइवर बुरी तरह जख्मी हुए हैं. इससे पहले 2006 में इंडी कार रेस के दौरान घातक दुर्घटना घटी थी. सुबह अभ्यास के वक्त हुए हादसे में पॉल डैना की मौत हुई. डैना की मौत के बाद दोपहर में जब रेस शुरू हुई तो व्हेलडन चैंपियन बने थे. व्हेलडन के लिए यह रेस वाकई एक अंत की तरह रही. उनकी पुरानी टीम अगले सत्र के लिए उनसे करार करने जा रही थी. रेस के बाद करार पर दस्तखत होने थे.
रिपोर्ट: एपी/ओ सिंह
संपादन: वी कुमार