भारत ऑस्ट्रेलिया पहला मैच आज से
१ अक्टूबर २०१०पिछली बार भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मुकाबला दो साल पहले हुआ, जिसे भारत ने 2-0 से जीता. बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में दोनों टीमें एक बार फिर आमने सामने हैं. लेकिन क्रिकेट में बहुत कुछ बदल गया है. रिकी पोंटिंग की टीम उस वक्त टेस्ट क्रिकेट की सिरमौर हुआ करती थी. आज चौथे नंबर पर है. हार गई तो पांचवें पर चली जाएगी और एशेज सीरीज में इंग्लैंड भी उससे एक पायदान ऊपर पहुंच जाएगा.
भारत की टीम तब तीसरे नंबर पर हुआ करती थी, आज पहले नंबर पर है. इस जगह पर बने रहने के लिए सीरीज में जीत हासिल करनी ही होगी. रिकी पोंटिंग की मजबूत टीम से मुकाबले में एकमात्र फायदे की बात यह है कि मुकाबला होम ग्राउंड पर हो रहा है.
क्रिकेट के अलावा हरभजन सिंह पर नजर रहेगी. उनके न खेलने से ऑस्ट्रेलिया को कुछ राहत मिल सकती है और खेलने से कोई विवाद उठ सकता है. भज्जी और ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों में आए दिन तूतू मैंमैं होती रहती है. दो साल पहले ऑस्ट्रेलिया सीरीज में उनके और साइमंड्स के बीच की कहा सुनी बहुत आगे बढ़ गई थी.
भारतीय बल्लेबाजों के लिए ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजी के सामने लिटमस टेस्ट पास करने का मौका होगा. वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण जैसे बल्लेबाजों को आउट करना किसी भी टीम के लिए आसान नहीं होता.
इन सबके बीच सबकी नजर मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर और ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग पर भी होगी. मौजूदा टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले इन दोनों बल्लेबाजों के बीच भी दिलचस्प मुकाबला होने की उम्मीद है. खास तौर पर तब, जब 21 साल बाद भी सचिन तेंदुलकर पूरे फॉर्म में हैं और रिकी पोंटिंग टीम के साथ साथ अपनी फॉर्म को लेकर भी जूझ रहे हैं.
भारत ने पिछले दो साल में कोई भी टेस्ट सीरीज नहीं हारी है. लेकिन आखिरी दोनों सीरीज में उसे ड्रॉ से संतोष करना पड़ा. जहां तक मोहाली का सवाल है, भारत यहां सिर्फ एक टेस्ट मैच हारा है और तीन जीत हासिल की है. पांच मैच ड्रॉ रहे हैं. वैसे मैच जीतने के लिए 20 विकेट की जरूरत होती है और दोनों ही टीमों के लिए यह काम आसान नहीं होगा.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः एस गौड़