भारत की दक्षिण अफ्रीका पर एक रन की जीत
१६ जनवरी २०११सिर्फ 191 रन का पीछा कर रही दक्षिण अफ्रीका की टीम ने अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मार ली. अच्छे खासे खेल को कैसे खराब किया जाता है, यह आज की तारीख में ग्रेम स्मिथ की टीम से बेहतर कोई नहीं बता सकता. तीन विकेट पर 120 रन के बाद बाकी के सात विकेट 70 रन के अंदर गिर गए. कप्तान स्मिथ की 77 रन की पारी जाया चली गई और अच्छी खासी टीम पर तनाव के वक्त हिम्मत हार जाने का दाग एक बार फिर चस्पा हो गया.
मामूली से स्कोर बनाने चली दक्षिण अफ्रीकी टीम के लिए 33 ओवर तक सब ठीक ठाक था. लेकिन यहीं मुनाफ पटेल ने उनकी पहली चूल हिलाई, जब जमे जमाए ओपनर और कप्तान स्मिथ को बोल्ड कर दिया. मुनाफ ने इससे पहले अमला को शुरू में ही आउट कर दिया था.
फिर भी मजबूत बल्लेबाजी के लिए 200 से कम का स्कोर बनाना कोई बड़ी बात नहीं होती और दक्षिण अफ्रीका की टीम के सामने भी कोई खास दिक्कत नजर नहीं आ रही थी. खास कर तब, जब उन्होंने पहले वनडे में भी भारत को बड़े अंतर से हरा रखा था. पर कभी कभी क्रिकेट अचानक उतार चढ़ाव से भर जाता है. कम स्कोर वाले मैचों में तो अकसर ऐसा देखा जाता है.
भारत की तेज गेंदबाजों की तिकड़ी जहीर खान, मुनाफ पटेल और आशीष नेहरा की गेंदें अच्छी पड़ रही थीं और बल्लेबाजों को रन जुटाने में दिक्कत हो रही थी. पटेल ने जब बुनियाद हिलाई तो बारी जहीर की थी. उन्होंने अचानक मिलर और बोथा को आउट कर दक्षिण अफ्रीकी खेमे में सनसनी फैला दी. कुछ ओवर पहले तक आराम से जीत की ओर बढ़ रही टीम अचानक संघर्ष करने लगी और इतने में डेल स्टेन रन आउट हो गए. स्कोर 177.
पर क्रिकेट का सस्पेंस खत्म नहीं हुआ था. टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को पता नहीं क्या सूझी कि जमे जमाए गेंदबाजों के ओवर बचे होने के बावजूद उन्होंने सुरेश रैना को गेंद पकड़ा दी. ऐसे मौके पर, जब दक्षिण अफ्रीका को सिर्फ 12 रन बनाने थे और उनके दो पुछल्ले विकेट बच रहे थे. रैना ने चौका पिटवा कर खेल को और मजेदार बना दिया. 41 ओवर में दक्षिण अफ्रीका का स्कोर आठ विकेट पर 184 रन था. अगले ओवर में जहीर ने सिर्फ तीन रन दिए और फिर मुनाफ की बारी आई.
मुनाफ ने अपने दूसरे और छठे गेंद पर दो विकेट झटक कर भारतीय टीम में जोश भर दिया. उन्हें मैन ऑफ द मैच आंका गया. भारतीय समय से मैच देर रात दो बजे तक चलता रहा. निश्चित तौर पर कई लोग टीम इंडिया को भला बुरा कह कर पहले ही सो गए होंगे और सुबह नतीजा देख कर उन्हें जरूर आशचर्य होगा.
इससे पहले भारत ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और जोहानिसबर्ग के ग्राउंड पर बल्लेबाजी एक बार फिर बिखर गई. सिर्फ युवराज सिंह और महेंद्र सिंह धोनी थोड़े जम पाए. युवराज ने संघर्ष करते हुए 53 रन की पारी खेली, जबकि कप्तान ने 38 अच्छे रन बनाए. इस तरह भारत की पूरी टीम 47.2 ओवर में 190 रन पर आउट हो गई.
इस जीत के साथ ही भारत ने पांच वनडे मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर कर ली है. तीसरा वनडे 18 जनवरी को केप टाउन में खेला जाएगा.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः ईशा भाटिया