भारत ने जापान से खाने पीने की चीजें रोकीं
६ अप्रैल २०११भारत सरकार की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि जापान से खाने पीने की चीजें मंगाने पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है. यह रोक अगले तीन महीने या फिर विकिरण के सामान्य स्तर तक पहुंचने की पुख्ता जानकारी मिलने तक लागू रहेगी. भारत पहला ऐसा देश है जिसने पूरे जापान से खाने पीने की चीजें मंगाने पर रोक लगाई है. भारत जापान से बहुत कम मात्रा में फल, सब्जियां और तैयार भोजन आयात करता है.
मछलियों में विकिरण
फुकुशिमा परमाणु संयंत्र के कर्मचारी जहरीले पानी को सागर में उड़ेलने में जुटे हैं. जापान ने मछलियों के लिए रेडियोधर्मी आयोडिन की मात्रा की कानूनी सीमा तय कर दी है. साथ ही यह भी कहा है कि इस रोक को वह बड़े दायरे में लागू करने की योजना बना रहा है. पिछले दिनों फुकुशिमा संयंत्र के दक्षिणी इलाके से पकड़ी गई एक मछली में रेडियोधर्मी आयोडीन की बढ़ी मात्रा मिली थी.
सोमवार को कार्मचारियों ने संयंत्र में जमा जहरीले पानी को समुद्र में डालना शुरु कर दिया क्योंकि यह पानी से पूरी तरह भर गया है और इसकी वजह से मरम्मत के काम में दिक्कत आ रही है. कंपनी के मुताबिक उसे तकरीबन 11500 टन पानी सागर में डालना है. पानी की यह मात्रा इस तरह से समझी जा सकती है कि इतने में ओलिम्पिक के चार स्विमिंग पूल बन सकते हैं.
टेपको की कीमत गिरी
टोक्यो इलेक्ट्रिक पावर कंपनी के शेयर इस हादसे के बाद लगातार नीचे जा रहे हैं यही कंपनी फुकुशिमा परमाणु संयंत्र का संचालन करती है. मंगलवार को इसके शेयरों की कीमत घट कर 362 येन तक चली गई जो अब तक की सबसे कम कीमत है. 11 मार्च को आए भूकंप और सूनामी के बाद इस कंपनी की कीमत 80 फीसदी नीचे चली गई है.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः वी कुमार