भारत-पाक रक्षा सचिव स्तरीय बातचीत आज
३० मई २०११लाहौर में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने कहा, "निजी तौर पर भारतीय नेतृत्व के साथ मेरे बहुत अच्छे रिश्ते हैं. जिम्मेदार देश वार्ता और संवाद में विश्वास करते हैं और मुझे विश्वास है कि हम बातचीत के जरिए आगे बढ़ेंगे." उन्होंने कहा कि दोनों देशों के रिश्ते मुंबई हमलों के कारण खराब रहे लेकिन अब सुधर रहे हैं. उनके मुताबिक, "मुंबई हमलों के बाद काफी समय तक दोनों देशों के रिश्ते रुके रहे, लेकिन मैं (भारतीय) नेतृत्व से थिम्पू में मिला और उनमें बेहतरी शुरू हो गई."
आतंकवाद खत्म करेंगे
भारत के विदेश और गृह सचिव हाल में पाकिस्तान का दौरा कर चुके हैं. दोनों देशों के बीच नई दिल्ली में सोमवार को सियासिन के मुद्दे पर रक्षा सचिव स्तर की बातचीत हो रही है. जब प्रधानमंत्री गिलानी से दूसरे देशों में पाकिस्तानी जमीन से होने वाले हमलों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "मैं एक बात साफ कहता हूं कि हम अपनी जमीन किसी देश में आतंकवादी हमलों के लिए इस्तेमाल नहीं होने देंगे. हमने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अपने 36 हजार लोगों की कुरबानी दी है. मैं चाहता हूं कि मेरे देश से आतंकवाद का खात्मा हो और यह शांतिपूर्ण देश बने. इस मुद्दे पर सैन्य और राजनीतिक नेतृत्व, दोनों की एक ही सोच है."
वैसे गिलानी इस सवाल को टाल गए कि क्या तालिबान का नेता मुल्ला उमर पाकिस्तान में हो सकता है. हाल में कराची में नौसैनिक बेस और पश्चिमोत्तर पाकिस्तान में हुए आतंकवादी हमलों पर गिलानी ने कहा कि ये हमले ओसामा बिन लादेन की मौत के जवाब में हो रहे हैं. 2 मई को पाकिस्तानी शहर एबटाबाद में अमेरिकी सैन्य अभियान में बिन लादेन मारा गया.
रक्षा बातचीत
उधर नई दिल्ली में पाकिस्तान के साथ होने वाली रक्षा सचिव स्तरीय बातचीत पर भारतीय रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, "दो दिन तक चलने वाली बातचीत में भारतीय रक्षा सचिव प्रदीप कुमार भारतीय शिष्टमंडल का नेतृत्व करेंगे. दोनों देशों ने पिछले साल थिम्पू में मुलाकात के बाद बातचीत बहाल करने का फैसला किया."
12वें दौर की रक्षा वार्ता के लिए पाकिस्तान के रक्षा सचिव लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) सैयद अतहर अली शनिवार को ही नई दिल्ली पहुंच गए. पाकिस्तानी शिष्टमंडल में दो असैन्य और चार सैन्य अधिकारी हैं. वहीं भारतीय शिष्टमंडल में विशेष सचिव आरके माथुर, सैन्य अभियानों के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल एएम वर्मा और महासर्वेक्षक जनरल एस सुबा राव शामिल होंगे.
सियाचिन दुनिया का सबसे ऊंचा सैन्य क्षेत्र है जिसे लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से मतभेद रहे हैं. खास तौर से सोल्टोरो रिज और सियाचिन ग्लेशियर से गुजरने वाली 110 किलोमीटर लंबी एक्चुअल ग्राउंड पोजिशन लाइन (एजीपीएल) को लेकर मतभेद हैं. भारत चाहता है कि पाकिस्तान नक्शे और जमीन पर एजीपीएल को मान ले जबकि पाकिस्तान का कहना है कि शिमला समझौते के मुताबिक 1972 से पहले वाली सैन्य चैकियों को बनाए रखा जाए.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः एमजी