मदर टेरेसा पर टकराव
१० अगस्त २०१०कोलकाता में 26 अगस्त से होने जा रहे मदर टेरेसा अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का आगाज लघुफिल्म "समथिंग ब्यूटीफुल फॉर गॉड" की स्क्रीनिंग से किए जाने की योजना पर पानी फिरता नजर आ रहा है. इससे दुनिया भर में मदर टेरेसा के प्रशंसकों का मायूस होना लाजमी है. उनके जीवन पर आधारित यह एकमात्र और पहली लघुफिल्म है.
फिल्म न दिखाए जाने की मुख्य वजह फिल्म की लाइसेंस फीस को लेकर आयोजकों के साथ बात न बन पाना बताया जा रहा है. दो एपिसोड वाली इस फिल्म को 1969 में बनाए जाने के बाद मदर टेरेसा को वैश्विक पहचान मिली थी. भारत में मदर टेरेसा के कामकाज पर रोशनी डालने वाली इस फिल्म को अपने समय के मशहूर प्रोड्यूसर पीटर चेफर ने बनाया था.
महोत्सव के निदेशक सुनील लुकास ने बताया कि फिल्म दिखाने की दो बार अनुमति मांगने के बावजूद बीबीसी की ओर से अब तक कोई जवाब नहीं मिला है. उन्होंने कहा "मुझे नहीं लगता कि अब इस फिल्म से महोत्सव की शुरुआत हो सकेगी."
गौरतलब है कि मिशनरी ऑफ चैरिटी और यूनेस्को की ओर से प्रायोजित इस फिल्म महोत्सव की शुरूआत 2003 में हुई थी. आयोजकों का कहना है कि महोत्सव का मकसद मुनाफा कमाना नहीं है फिर भी महज लाइसेंस फीस के कारण फिल्म न मिल पाना दुखद है.
रिपोर्टः एजेंसी/ निर्मल
संपादनः ए जमाल