मध्यक्रम को मोर्चा संभालना होगाः धोनी
२२ जनवरी २०११मैच के बाद नतीजे पर चर्चा करने आए धोनी ने युवा खिलाड़ी विराट कोहली के शानदार प्रदर्शन की सराहना की लेकिन बाकी बल्लेबाजों के ना चलने से मिली नाखुशी को वो छिपा नहीं पाए. धोनी ने कहा, "कोहली की बल्लेबाजी हमारे लिए अच्छी बात रही. तीसरे नंबर पर उन्होंने अच्छा खेल दिखाया. पारी को उन्होंने आगे बढ़ाया लेकिन दूसरे बल्लेबाजों को भी ध्यान देने की जरूरत है. मध्यक्रम अच्छा नहीं खेल रहा है और दक्षिण अफ्रीका के लिए भी ये बात सच साबित हुई है."
धोनी ने माना कि शुरुआत में दक्षिण अफ्रीकी टीम की बल्लेबाजी पर शिकंजा कस देने के बावजूद मैच टीम इंडिया के हाथ से निकल गया. भारतीय गेंदबाजों के कारण एक ऐसा वक्त भी आया था जब मेजबान टीम के पांच खिलाड़ी केवल 118 के स्कोर पर ही आउट हो गए थे. धोनी ने कहा, "हमने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की. हमने अपने ज्यादातर गेंदबाजों का इस्तेमाल किया. एक कप्तान के रूप में आप पर काफी ज्यादा दबाव होता है जब आपको एक से ज्यादा विकेट लेने की जरूरत हो. हर बार हालात ऐसे नहीं होते जैसा आप चाहते हैं. " धोनी ने बारिश के कारण डकवर्थ लुइस तरीके से तय हुए मैच के नतीजे को भी हार की एक वजह माना.
अब दोनों टीमों के बीच सीरीज का आखिरी मैच बचा है और सीरीज की हार जीत का फैसला इसी मैच से होना है क्योंकि चौथा मैच जीत कर दक्षिण अफ्रीका की टीम ने सीरीज में बराबरी कर ली है. इस मैच के बारे में धोनी ने कहा कि जो टीम ज्यादा दबाव झेल पाएगी जीत उसी की होगी.
विजेता टीम के कप्तान ग्रीम स्मिथ ने ड्युमिनी के सिर जीत का सेहरा बांधा. ड्युमिनी ने ऐसे वक्त में नाबाद 71 रन बनाए जब टीम की नैया डगमगा रही थी. इस पारी के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच भी चुना गया. इसी बल्लेबाजी के कारण दक्षिण अफ्रीकी टीम का स्कोर 265 तक जा सका. स्मिथ ने कहा, "ड्युमिनी ने शानदार कोशिश की और उनके कारण ही हमारा स्कोर इतना आगे जा सका. ये एक अच्छी जीत रही. दोनों टीमें एक दूसरे को सम्मान की नजर से देखती हैं और अब आखिरी मुकाबले की तैयारी है.टक्कर कांटे की होगी."
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः एमजी