मर्सिडीज का नया फॉर्मूला
५ फ़रवरी २०१३हालांकि दुनिया की नजर में आने से पहले ही ड्राइवर निको रोजबर्ग ने इसे चला लिया और ट्वीट भी कर दिया, "पहली ड्राइव.. लुक्स ग्रेट." इसके बाद इस कार को लेकर कौतूहल कम हो गया लेकिन टीम का दावा है कि वह इस बार टक्कर देने की हालत में हैं.
रोजबर्ग की ड्राइव के बाद हैमिल्टन के साथ मर्सिडीज ने स्पेन के येरेज डेला फ्रोंतेरा में सिल्वर एरो नाम की इस कार को दुनिया के सामने पेश किया. सितारा ड्राइवर हैमिल्टन ने औपचारिक तौर पर कार की पहली ड्राइव की.
दूसरी कारों की तरह एएमजी डबल्यू04 में लंबी नाक वाली शक्ल नहीं है, लेकिन इसे स्मार्ट और स्लीक बनाने की कोशिश की गई है. फॉर्मूला वन की कारों को ऐसे डिजाइन किया जाता है कि वे तेज से तेज रफ्तार पर सुरक्षा के साथ दौड़ सकें.
मर्सिडीज को उम्मीद है कि नई कार के साथ वे कंस्ट्रक्टर लिस्ट में ऊपर के पायदान पर पहुंच सकते हैं. पिछले साल 2012 में उन्हें पांचवां नंबर मिला था. हालांकि जर्मन कंपनी डायमलर की मर्सिडीज कार पूरी दुनिया में मशहूर है और इसे सबसे अच्छी कार माना जाता है.
उनकी टीम के निको रोजबर्ग ने चीनी ग्रां प्री में पहला स्थान हासिल किया था, जो टीम की इकलौती कामयाबी है. सात बार के फॉर्मूला वन चैंपियन मिषाएल शूमाखर ने अपनी दूसरी पारी इसी टीम के साथ खेली थी लेकिन तीन साल के करार के दौरान उन्हें कोई कामयाबी नहीं मिल पाई. इसके बाद 2012 में उनका करार आगे नहीं बढ़ाया गया. शूमाखर ने इसके बाद दोबारा संन्यास ले लिया. नए सत्र में टीम ने ब्रिटेन के लुइस हैमिल्टन को साथ लेकर चलने का फैसला किया. हैमिल्टन 2008 के फॉर्मूला वन चैंपियन हैं. इसके बाद से लगातार तीन बार जर्मनी के सेबास्टियन फेटल इस रेस को जीतते आए हैं.
हैमिल्टन का कहना है कि इस साल उन्होंने अपना सीजन प्लान किया है, "एक के बाद एक कदम. पहला लक्ष्य पोडियम पर चढ़ना और उसके बाद रेस जीतना."
मर्सिडीज से पहले इस सीजन में लोटस, रेड बुल, फरारी और मैकलैरेन ने भी अपनी अपनी नई कारें पेश की हैं. सीजन की पहली रेस परंपरा के मुताबिक ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न शहर में 17 मार्च को होगी.
एजेए/ओएसजे (डीपीए)