महाविमान केस कचहरी के चक्कर में
२ दिसम्बर २०१०क्वांटस एयरलाइन ने बताया कि चार नवंबर को बीच हवा में एयरबस का इंजन फेल हो जाने के मामले को गंभीरता से लेते हुए उसने ऑस्ट्रेलिया के फेडरल कोर्ट में अपील की है. एयरलाइन का कहना है कि इससे उसे वित्तीय और व्यावसायिक नुकसान हुआ है. सिडनी जा रहे ए-380 विमान को सिंगापुर में इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी. विमान में 466 यात्री सवार थे.
एयरलाइन ने कहा, "इस कदम के बाद क्वांटस के पास ए-380 विमान की इमरजेंसी लैंडिग की वजह से हुए नुकसान को वसूल करने का हर विकल्प मौजूद होगा. अगर वित्तीय समझौता नहीं हो पाया तो कंपनी ने जो मुकदमा दायर किया है, उसकी मदद से वह रॉल्स रॉयस के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर सकता है." क्वांटस का कहना है कि वह नहीं बता सकता कि उसे कितने का नुकसान हुआ है और इस बात की जांच अभी भी की जा रही है.
बीमा कंपनी यूबीएस का अनुमान है कि इससे कंपनी को कुल मिला कर छह करोड़ ऑस्ट्रेलियाई डॉलर यानी करीब 25 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ हो सकता है. हालांकि कुछ कंपनियां नुकसान इससे कम बता रही हैं.
क्वांटस अभी तक पूरी क्षति का अनुमान नहीं लगा पाया है क्योंकि वह इस बात को सुनिश्चित नहीं कर पा रहा है कि रॉल्स रॉयस कब तक तकनीकी खामी को दूर कर लेगा और एयरबस कब सर्विस के बाद विमान लौटाएगा.
इस बीच, ऑस्ट्रेलिया में ट्रांसपोर्ट सुरक्षा ब्यूरो ने उन एयरलाइंस को चेतावनी दी है, जो ट्रेंट 900 इंजन का इस्तेमाल कर रहे हैं. इनमें क्वांटस के अलावा सिंगापुर एयरलाइंस और लुफ्थांसा भी शामिल हैं.
क्वांटस ने तीन हफ्तों तक एयरबस ए-380 को सेवा में नहीं रखा था और इस दौरान उनकी सुरक्षा जांच की गई. जांच के कुछ ही दिनों बाद यह हादसा हो गया. क्वांटस छह में से सिर्फ सिर्फ दो विमानों को ही फिलहाल उड़ा रहा है.
रिपोर्टः एएफपी/ए जमाल
संपादनः महेश झा