मार्च तक तय होगा रतन टाटा का उत्तराधिकारी
६ अगस्त २०१०उत्तराधिकारी चुनने वाले पैनल के लिए टाटा सन्स के निदेशक आरके कृष्ण कुमार और उपप्रमुख नौशिर सूनावाला का नाम सामने आ रहा है. हालांकि ग्रुप के प्रवक्ता ने यह सुनिश्चित नहीं किया है कि क्या रतन टाटा खुद इस पैनल में शामिल होंगे या नहीं. आर के कृष्णा ने बताया कि इस पर चर्चा की जा रही है और उत्तराधिकारी को अगले साल फरवरी या मार्च तक चुन लिया जाएगा. तभी उनके नाम की घोषणा भी की जाएगी.
72 साल के रतन टाटा दिसंबर 2012 में सेवानिवृत्त हो जाएंगे. ग्रुप में रिटायरमेंट की उम्र 75 तय की गई है और सहज बात है कि यह रतन टाटा पर भी लागू है. कृष्णा ने कहा कि पैनल के सदस्यों के नाम की घोषणा शुक्रवार को की जाएगी और उत्तराधिकारी का चुनाव भी टाटा के रिटायरमेंट से पहले ही कर लिया जाएगा.
रतन टाटा ने कहा कि हम अगले छह सात महीने उत्तराधिकारी ढूंढने में जुट जाएंगे. मैंने पहले ही कहा था कि नैनो की लॉंन्चिंग के बाद पद से हटने का सबसे सही समय होगा. मेरी रिटायरमेंट की सीमा में अभी थोड़ा वक्त है. उत्तराधिकारी ढूंढना मेरी जिम्मेदारी है, यह पूरी होगी.
1991 में रतन टाटा ने जेआरडी टाटा से ग्रुप उत्तराधिकारी के तौर पर लिया था और उन्होंने इसे वैश्विक कंपनी बनाने में पूरा योगदान दिया. सौ साल पुराने टाटा ग्रुप की स्थापना जमशेद जी टाटा ने 1868 में की थी.
विश्व कारोबार में मजबूत कदम आगे बढ़ाते हुए टाटा ग्रुप ने 2006 में एंग्लो-डच स्टील कंपनी कोरस को 12 अरब डॉलर में खरीदा. इसके बाद 2008 में ग्रुप ने फोर्ड कंपनी से जैगुआर और लैंड रोवर का 2.3 अरब डॉलर में सौदा किया.
अब नौ सदस्यों वाली पैनल रतन टाटा के उत्तराधिकारी का चुनाव करेगी. हाल ही में अटकले थीं कि रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा उत्तराधिकारी हो सकते हैं. वे ग्रुप के अंतरराष्ट्रीय ऑपरेशन देखते हैं.
टाटा ग्रुप में 90 अलग अलग कंपनियां हैं जिसमें से 28 शेयर बाज़ार में हैं. इनमें देश की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी टीसीएस,भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स के बाद टाटा स्टील भी है. टाटा स्टील दुनिया में पांचवी सबसे बड़ी स्टील निर्माता कंपनी है.
रिपोर्टः पीटीआई/आभा एम
संपादनः एस गौड़