मुक्केबाजी मुकाबले में बॉक्सर की जान गई
९ दिसम्बर २०११डब्ल्यूबीसी एशियन टाइटल के मुकाबले में रोमान सिमाकोव नॉक आउट हो गए. सातवें राउंड में उनके हमवतन सेरगई कोवालेव ने सिमाकोव को ऐसा पंच मारा कि वह निढाल हो गए. रेफरी की सीटी बजने के बाद भी जब सिमाकोव बेसुध पड़े रहे तब कोच और उनके सहायक रिंग के भीतर आए. सिमाकोव के शरीर में कोई हलचल नहीं हुई. उन्हें तुरंत स्ट्रेचर पर डाल कर अस्पताल ले जाया गया.
रूसी बॉक्सिंग फेडरेशन के मुताबिक, "वह कोमा में चले गए और उन्हें अस्पताल ले जाया गया. लेकिन डॉक्टर उन्हें बचा नहीं सके."
छठे राउंड में भी कोवालेव ने सिमाकोव को नॉकआउट किया. लेकिन उस राउंड के बाद वह फिर मुकाबले के लिए उठ खड़े हुए. लेकिन सातवें दौर का पंच जानलेवा साबित हुआ. सिमाकोव की मौत से कोवालेव भी सदमे में हैं. वह कहते हैं, "मेरा लक्ष्य उन्हें हराना था. मैं उन्हें नॉक आउट नहीं करना चाहता था."
कोवालेव के मुताबिक सिमाकोव एक तरह की जिद के साथ रिंग उतरे थे. कोवालेव कहते हैं, "चौथे दौर में मैंने महसूस किया कि सिमाकोव के साथ कुछ गड़बड़ है."
सिमाकोव 2008 में पेशेवर मुक्केबाज के तौर पर बॉक्सिंग रिंग में उतरे. लाइट हेवीवेट मुक्केबाज सिमाकोव 21 बार रिंग में उतरे और 19 में उनकी जीत हुई. यह पहला और आखिरी मौका था जब सिमाकोव रिंग और दुनिया से हमेशा के लिए नॉक आउट हुए.
रिपोर्ट: एएफपी/ओ सिंह
संपादन: ए जमाल