मुझसे और भी गलतियां होंगी: ओबामा
२१ अप्रैल २०११पहली बार अमेरिकी राष्ट्रपति फेसबुक के मुख्यालय में सवाल जवाब में भाग ले रहे थे. सवाल करने वालों में फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग व इस सोशल नेटवर्क के कर्मियों के अलावा ऑनलाइन यूजर्स भी शामिल थे. ओबामा के लिए यह अगले साल के राष्ट्रपति चुनाव अभियान का हिस्सा था. उन्होंने खासकर अपने युवा समर्थकों को भरोसा दिलाने की कोशिश की, जिन्होंने 2008 में जबरदस्त ढंग से उनका समर्थन किया था, लेकिन अब उनसे कुछ निराश दिखने लगे हैं. कई जनमत सर्वेक्षणों में अमेरिकी राष्ट्रपति की लोकप्रियता 50 फीसदी से नीचे उतरती दिख रही है.
फेसबुक की ओर से कहा गया है कि इस कार्यक्रम का मतलब यह नहीं है कि यह संस्था राष्ट्रपति चुनाव में बराक ओबामा का समर्थन कर रही है. वैसे जुकरबर्ग राष्ट्रपति ओबामा के समर्थक के रूप में जाने जाते हैं और फेसबुक के चीफ ऑपरेटिंग प्रेसिडेंट शेरील सैंडबर्ग पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के साथ काम कर चुके हैं.
राष्ट्रपति ओबामा ने कहा कि उन्हें पता है कि कुछ लोग निराश हैं क्योंकि चीजें तेजी से नहीं बदल रही हैं. लेकिन निराश होने के बदले दोगुनी कोशिश करनी पड़ेगी. उन्होंने कहा, "लोकतंत्र से उकताना नहीं है, हालांकि हालत उकताने वाली है." उन्होंने अपने कार्यकाल की कुछ उपलब्धियों का हवाला देते हुए कहा कि एक ऐतिहासिक स्वास्थ्य कानून पारित किया जा सका है, अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में दो महिला जज नियुक्त की गईं, लेकिन देश की वित्तीय समस्याओं से निपटने के लिये अभी और कोशिशें करनी पड़ेंगी.
राष्ट्रपति ओबामा ने कहा कि अपने कार्यकाल के बाकी समय में वे देश की वित्तीय समस्या को सुलझाने, आप्रवास नीति में सुधार लाने, वैकल्पिक ऊर्जा के लिए निवेश बढ़ाने और अमेरिकी स्कूलों में विज्ञान और गणित के स्तर में बेहतरी के सवालों को प्रमुखता देंगे. आप्रवास नीति के सिलसिले में उन्होंने कहा कि अमेरिकी विश्वविद्यालय में शिक्षा प्राप्त कर चुके विदेशी नौजवानों को अमेरिका में रहने व काम करने की अनुमति देनी चाहिए. उन्होंने कहा कि ऐसे शिक्षित लोगों के चलते अन्य लोगों को भी नौकरी मिलती है.
अपने अब तक के कार्यकाल के किन फैसलों को वे पलटना चाहेंगे? इस सवाल को टालते हुए ओबामा ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि बाकी डेढ़ सालों में भी उनसे गलतियां होंगी.
रिपोर्ट: एजेंसियां/उभ
संपादन: ओ सिंह