मैं जीत दिलाना चाहता थाः रैना
२५ मई २०११मुश्किल घड़ी में 50 गेंदों पर 73 रन की पारी खेलने वाले रैना का कहना है, "मुझे पता था कि आखिर तक क्रीज पर रहना जरूरी है. जहीर खान बहुत अच्छी गेंदबाजी कर रहे थे लेकिन मुझे अपने शॉट्स खेलने थे. मुझे खुद पर यकीन करना था और अपना स्वभाविक क्रिकेट खेलना था. मैं अपनी टीम के लिए मैच खत्म करना चाहता था."
रैना की विशेष पारी और आखिरी मौके पर अल्बी मोर्केल के 10 गेंदों में बनाए 28 रन की मदद से चेन्नई ने 176 रन का मुश्किल लक्ष्य दो गेंद रहते ही पा लिया. वानखेड़े स्टेडियम पर खेले गए इस मैच में रैना का कहना है कि बद्रीनाथ (34) और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (29)के साथ उनकी साझिदारियां निर्णायक साबित हुईं.
रैना ने कहा, "बद्रीनाथ के साथ मेरी साझीदारी बहुत अहम थी. उसने अच्छी पारी खेली. इसके बाद धोनी ने भी अच्छे शॉट्स लगाए और आखिर में मॉर्केल ने खेल में विजयी शॉट लगाया." बाएं हाथ के बल्लेबाज का कहना है कि सीधे बल्ले से खेलना उनके लिए अच्छा साबित हुआ.
उन्हें उम्मीद है कि फाइनल में भी टीम अच्छा प्रदर्शन करेगी. धोनी की तारीफ करते हुए रैना ने कहा, "यह अच्छा है कि हम लगातार चारों साल अच्छा प्रदर्शन कर पाए हैं. अभी एक मैच और है. कप्तान के तौर पर धोनी अच्छा कर रहे हैं. फाइनल मैच में आपको अपनी योजना को अमल में लाना होगा. यह अलग तरह का खेल होगा. मुझे नहीं पता कि फाइनल में कौन होगा."
आईपीएल को यूं तो ऐसा टूर्नामेंट माना जाता है, जहां कोई कयास लगाना खतरे से खाली नहीं. लेकिन चेन्नई ने चारों बार सेमीफाइनल में जगह बनाई है. पहले आईपीएल में वह फाइनल में राजस्थान रॉयल्स से हारा, जबकि दूसरे आईपीएल में वह सेमीफाइनल में बैंगलोर से पिटा. तीसरे सीजन में वह चैंपियन बना और इस बार एक बार फिर चैंपियन बनने की राह पर है.
इस मैच में चेन्नई के स्पिनर आर अश्विन के सिर पर सौरभ तिवारी के शॉट से चोट लग गई है. रैना का कहना है कि वह ठीक हैं और उनका सीटी स्कैन किया जा रहा है.
रिपोर्टः पीटीआई/ए जमाल
संपादनः ओ सिंह