'मॉस्को धमाके के पीछे एक विडियो गेम'
२७ जनवरी २०११मॉस्को हवाई अड्डे पर हुए आत्मघाती बम धमाके के बाद जिस तरह के खूनी दृश्य दिखाई दिए, वे एक साल पहले बाजार में आई विडियो गेम से काफी मिलते हैं. एक टीवी चैनल ने यह खबर दिखाई है. खबर के मुताबिक इस विडियो गेम में दिखाया गया है कि एक किरदार रूसी हवाई अड्डे पर नागरिकों को मारना चाहता है. कॉल ऑफ द ड्यूटीः मॉडर्न वॉरफयेर 2 नाम की यह विडियो गेम दुनियाभर में बेची जाती है. बाजार में आने के कुछ ही महीनों बाद इसकी बिक्री एक अरब डॉलर को पार कर गई थी.
रूस के अंग्रेजी भाषा के समाचार चैनल टुडे टीवी ने कहा, "कॉल ऑफ द ड्यूटी एक हैरतअंगेज सच्चाई बन चुकी है." इसमें एक बड़ा पेंच यह है कि पिछले साल कई रूसी सांसदों ने इस गेम पर रूस में पाबंदी लगाने की मांग की थी.
गेम में एक किरदार को नो रशियन यानी कोई रूसी नहीं नाम का मिशन दिया जाता है. इस किरदार के जरिए खिलाड़ी आतंकवादी कार्रवाइयां करता है. वह एक काल्पनिक मॉस्को हवाई अड्डे पर आम नागरिकों को कत्ल करता है. गेम खेलते वक्त यह सब इतना त्रासद लगता है कि कोई इसके सच होने की कल्पना भी नहीं कर सकता. लेकिन इसका सच्चाई में बदल जाना सबसे बड़ी त्रासदी है.
रूस के सबसे व्यस्त हवाई अड्डे पर हुए आत्मघाती धमाके में 35 लोगों की जान गई जबकि 180 से ज्यादा लोग घायल हो गए. अगर सब कुछ गेम के हिसाब से हुआ तो हो सकता है कि इस हमले में काफी लोग शामिल हों.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः एन रंजन