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यूगांडा में लड़कियों का व्यापार

७ मार्च २०१२

यूगांडा की हजारों लड़कियों को बहला फुसला कर एशियाई देशों में बेचा जा रहा है और देहव्यापार के धंधे में धकेला जा रहा है. यौन शोषण का शिकार बनने वाली इन लड़कियों में भारत की लड़कियां भी शामिल हैं.

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तस्वीर: Simone Schlindwein

यूगांडा की 23 वर्षीया सैरा को एशिया में अच्छी नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया गया, लेकिन उसे देह व्यापार में झोंक दिया गया. मानव शरीर के व्यापारियों ने उसे एशिया में बेच दिया. यूगांडा की राजधानी कंपाला में छिपी सैरा की आंखों में काली धारियां हैं और ललाट पर चिंता की लकीरें. बीते महीनों के बारे में अपनी कहानी सुनाते हुए वह घबड़ाहट में नाखून चबाती है, "यदि हर रोज एक खास कमाई कर नहीं दें तो पिटाई होती है और खाने को नहीं मिलता." जो लड़कियां मलेशिया में थीं वे सब की सब बीमार हो गई हैं. मानव व्यापार में लगे एक शख्स ने मेरे मुंह पर ही कह दिया था, "ये मत सोचो कि तुम यहां एड्स हुए बिना दो सप्ताह जी सकती हो."

रोजगार का सपना

सैरा यूगांडा की उन 14 लड़कियों में शामिल है जिन्हें दिसंबर में दलालों से कब्जे से बचाया गया. दलालों का एक गिरोह जो हाल के दिनों में अफ्रीकी लड़कियों को एशिया में बेच रहा है. इस गिरोह के लोग व्यवस्थित तरीके से सैरा जैसी नौकरी की खोज में लगी लड़कियों को फुसलाते हैं और नौकरी दिलाने का दिलासा देकर विदेशों में ले जाते हैं. वहां उनसे जबरदस्ती देह व्यापार कराया जाता है. सैरा चीन गई, जहां यूगांडा की ही एक परिचित ने उसे नौकरी दिलवाने की आश्वासन दिया था.

Uganda Frauenhandel
तस्वीर: Simone Schlindwein

तब एक रात उसके होटल के कमरे के दरवाजे पर दस्तक हुई. सैरा बताती है, "मैंने दरवाजा खोला तो वह एक नाइजीरियाई मर्द के साथ खड़ी थी. उसने कहा कि उसने मेरे साथ रात गुजारने के लिए पैसे दिए हैं." उसके बाद और नाजीरियाई मर्दों को उसके कमरे में भेजा गया. सैरा कहती है, "उन्होंने मेरे साथ जबरदस्ती की."

हत्या और मानव तस्करी

तीन महीने तक सैरा होटल के कमरे में कैद रही. उसके साथ जोर जबरदस्ती होती रही. आखिरकार वह कमजोर महसूस करने लगी, वह गर्भवती हो गई, उसे एड्स हो गया और उसके मन में आत्महत्या के विचार आने लगे. उसकी 'मालकिन' उसे मलेशिया के एक चकले में बेचना चाहती थी. लेकिन कुआलालम्पुर के हवाई अड्डे पर इमीग्रेशन अधिकारियों को शक हुआ और उन्होंने यूगांडा की ऑनररी कंसुल को बुला भेजा. हाया नोराईहान आईं तो सारी कहानी रोशनी में आई.

मलेशिया और पड़ोसी देशों में हो रहे आर्थिक विकास के कारण दसियों हजार अफ्रीकी वहां जा रहे हैं. नोराईहान कहती हैं कि वे वहां कारोबार करने या पढ़ने आ रहे हैं. और ये अफ्रीकी व्यापारी रात गुजारने के लिए अफ्रीकी सेक्स वर्कर की मांग करते हैं. अंतरराष्ट्रीय पुलिस एजेंसी इंटरपोल का अनुमान है कि अकेले मलेशिया में यूगांडा की 600 लड़कियों को चकलों में सेक्स दासियों के रूप में बंधक रखा जा रहा है. पूरे दक्षिण पूर्व एशिया में उनकी तादाद 2000 तक होने का अनुमान है.

लेकिन इन लड़कियों का मामला तभी सामने आता है जब मानवाधिकारों का भारी हनन होता है. नोराईहान कहती हैं, "मुझे एक लड़की के बारे में पता चला जिसे बालकनी से धक्का दे दिया गया था." इससे लड़कियों के बीच घबराहट फैल गई. दो दिन बाद उनमें से दो अपने दलालों से भागकर यूगांडा के कंसुलेट में आ गईं.

पूरी दुनिया में सक्रिय मानव तस्कर

मलेशिया की नोराईहान दलालों के चंगुल से छुड़ाई गई लड़कियों को लेकर दिसंबर में खुद नाइजीरिया गईं. यूगांडा के इंटरपोल प्रमुख असान कासिंग्ये ने जांच शुरू की और जनवरी तथा फरवरी में पहली गिरफ्तारियां हुईं. कासिंग्ये कहते हैं कि यह समस्या सिर्फ नाइजीरिया की समस्या नहीं है. वे इस धंधे में पृष्ठभूमि में रहने वाले लोगों की ओर ध्यान दिलाते हैं और बताते हैं कि बहुत सी लड़कियों को पड़ोसी देशों से होकर एशियाई देशों में ले जाया जाता है.

Bauern in Uganda Hütte
तस्वीर: DW

नाइजीरिया में स्थानीय लोगों को गिरफ्तार किया गया है जो दलालों के रूप में काम करते हैं. कासिंग्ये बताते हैं कि वे लड़कियों के सामान में ड्रग भी डाल देते हैं, जिन्हें ये लड़कियां बिना जाने अपने साथ सीमा पार ले जाती हैं. दूसरी ओर एशिया से भी लड़कियां नाइजीरिया लाई जाती हैं. "हमें हाल में भारतीय लड़कियां मिलीं जिन्हें भारतीय व्यापारियों के लिए नाइजीरिया लाया गया था." कासिंग्ये समस्या से निबटने के लिए पूर्व अफ्रीकी या अंतरराष्ट्रीय समाधान की मांग करते हैं क्योंकि सेक्स का कारोबार करने वाला गिरोह अफ्रीका से बाहर तक फैला है.

सैरा को इस बीच एशिया के खौफनाक दौरे से कुछ आराम मिला है. उसकी देखभाल के लिए उसकी मां गांव से कंपाला आ गई है. फिर भी उसे देखते ही पता चल जाता है कि मानसिक और शारीरिक रूप से वह स्वस्थ नहीं है. हिरासत के दौरान किए गए ब्लड टेस्ट से उसे पता है कि वह एचआईवी पॉजीटिव है. फिर भी अभी तक वह डॉक्टर के पास नहीं गई है. उसे बुरे सपने आते हैं. लेकिन वह बहुत बहादुर है. दूसरी लड़कियों के साथ ऐसा न हो, इसलिए उसने कासिंग्ये को बयान दिया है और मानव तस्करों की खोज में वह पुलिस की मदद कर रही है.

रिपोर्ट: सिमोने श्लिंडवाइन/एमजे

संपादन: ए जमाल

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