यूरो संकट के कारण सरकारों पर दबाव
२५ अक्टूबर २०११यूरोपीय देश पिछले कुछ दिनों से भयानक उथल पुथल का सामना कर रहे हैं. यूरो को बचाने के लिए एक के बाद एक शिखर भेंट का आयोजन किया जा रहा है. बुधवार को होने वाली अगली शिखर भेंट से पहले संघ के देशों में तनाव बढ़ रहा है. इटली में सरकार गिरने की अटकलें लगाई जा रही है तो ब्रिटेन में सत्ताधारी कंजरवेटिव पार्टी के सांसदों ने पहली बार प्रधानमंत्री डेविड कैमरन के खिलाफ विद्रोह कर दिया है.
इटली की सरकार संकट में
यूरोपीय संघ के नेताओं ने प्रधानमंत्री सिल्वियो बैर्लुस्कोनी से फौरी सुधारों की मांग की है, जबकि बढ़ते दबाव के बीच उनकी सरकार के एक मंत्री ने कहा है कि इन मुद्दों पर सरकार गिर सकती है. जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल और फ्रांसीसी राष्ट्रपति निकोला सारकोजी ने बैर्लुस्कोनी से भारी कर्ज को कम करने और विकास की ठोस योजना पेश करने को कहा है. सोमवार को कैबिनेट की एक आपात बैठक में कोई सहमति नहीं हो पाई और सहयोगी पार्टी नॉर्थ लीग ने पेंशन की उम्र बढ़ाकर 67 करने की मांग ठुकरा दी.
मंगलवार को सत्ताधारी मोर्चे की पार्टियों की बैठक के बीच संरचना मंत्री अल्तेरो मातेओली ने कहा है कि इस मुद्दे पर असहमति की वजह से सरकार गिर सकती है. कई मामलों में फंसे बैर्लुस्कोनी की लोकप्रियता घट रही है और वे नॉर्थ लीग की मदद से ही इस साल कई विश्वास मत बचा पाए हैं. अटकलें लगाई जा रही है कि सरकार 2013 तक अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएगी. इटली अब यूरो संकट के केंद्र में है और माना जा रहा है कि 1,800 अरब यूरो के कर्ज पर नियंत्रण में विफलता से पूरा ब्लॉक संकट में पड़ सकता है.
कैमरन के खिलाफ संसदीय विद्रोह
यूरो संकट का असर दूसरी सरकारों पर भी पड़ रहा है. ब्रिटेन में प्रधानमंत्री डेविड कैमरन को अपनी पार्टी के अंदर अब तक के सबसे बड़े संसदीय विद्रोह का सामना करना पड़ा है. उनकी पार्टी के 79 सांसदों ने उनकी दलीलों को नकारते हुए संसद में यूरोप के मुद्दे पर जनमत संग्रह कराने के समर्थन में वोट किया. हालांकि हाउस ऑफ कॉमंस में हुआ मतदान कैमरन ने मुख्य विपक्षी लेबर पार्टी और यूरो समर्थक लिबरल डेमोक्रैटिक पार्टी की मदद से जीत लिया.
कैमरन की टोरी पार्टी के यूरो विरोधी धड़े ने उनके प्रधानमंत्रित्व के 18 महीने के सबसे बड़े विद्रोह में उनकी इस दलील की अनदेखी कर दी कि कर्ज संकट के कारण इस समय जनमत संग्रह कराने का सही वक्त नहीं है. कैमरन की कंजरवेटिव पार्टी के बहुत से परंपरावादी समर्थक उनसे लिबरल डेमोक्रैटों के साथ सरकार बनाने के लिए दिए गए बलिदान की वजह से नाराज हैं. साथ ही वे पार्टी का नाम बदल कर कंपैसनेट कंजरवेटिव्स करने पर भी खुश नहीं हैं.
सांसदों का सबसे बड़ा विद्रोह
इस मतदान से पहले सप्ताहांत में यूरोपीय संघ की शिखर भेंट के दौरान फ्रांसीसी राष्ट्रपति निकोला सारकोजी ने यूरो संकट पर कैमरन के बयानों के लिए उनकी आलोचना की थी और उनसे अपना मुंह बंद रखने को कहा था. वे बुधवार को एक और शिखर भेंट के लिए ब्रसेल्स आ रहे हैं, जिसका बचाव करते हुए उन्होंने कहा है कि यह भेंट यूरो जोन के बाहर के सदस्यों की हितों की रक्षा के लिए जरूरी है.
मारगरेट थैचर की पार्टी में यूरोप के मुद्दे पर यह सबसे बड़ा विद्रोह था. इससे पहले 1993 में मासट्रिष्ट संधि पर 41 सांसदों ने ततकालीन नेता जॉन मेजर के खिलाफ विद्रोह का बिगुल बजा दिया था. सांसदों ने पार्टी की तीन लाइन की व्हिप को नहीं माना है जो संसद में पार्टी अनुशासन का सबसे कठोर औजार है. पार्टी के व्हिप के खिलाफ मतदान करने वाले सांसदों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई होने की संभावना है. हालांकि मतदान का नतीजा सरकार पर बाध्यकारी नहीं होता, लेकिन सर्वेक्षणों के अनुसार विद्रोही सांसदों को आम लोगों का समर्थन है.
रिपोर्ट: एएफपी, रॉयटर्स/महेश झा
संपादन: ओ सिंह