रमजान में बम धमाकों से दहला इराक
२३ जुलाई २०१२यह हमले रमजान के महीने में हो रहे हैं और जिनमें सुन्नी समुदाय के सदस्यों को निशाना बनाया गया है. सोमवार को अल दोलोइया शहर में एक के बाद एक कर 12 बम धमाके हुए. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक अल दोलोइया इलाके में बंदूकधारियों ने एक सेना शिविर पर हमला किया. गोलीबारी में 15 सैनिकों की जानें गईं जबकि चार घायल हो गए. अल दोलोइया बगदाद से 80 किलोमीटर की दूरी पर तिकरित शहर के पास है.
बगदाद से 60 किलोमीटर दूर बकूबा शहर में भी कई विस्फोट हुए जिसमें छह लोग मारे घए और 32 घायल हो गए. बकूबा की सड़कों पर कारों में बम लगाए गए थे जिनके फटने से कई लोगों की मौत हुई. एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक मारे गए लोगों में दो सैनिक भी शामिल थे. किरकुक में भी आठ कार बमों के विस्फोट से आठ लोगों की जान गई और 35 घायल हुए.
राजधानी बगदाद भी आतंकवादी हमलों की चपेट में आया है. यहां एक रिहायशी इलाके में बम फटने से पांच लोगों की मौत हो गई. इससे पहले रविवार को भी इराक में सिलसिलेवार बम हमले हुए थे जिनमें नौ लोगों की जानें गईं.
अमेरिकी सैनिकों के वापस लौट जाने के बाद इराक अब भी राजनीतिक अस्थिरता से जूझ रहा है. शिया और सुन्नी समुदाय के लोग सत्ता में ज्यादा भागीदारी के लिए आपस में लड़ रहे हैं. रमजान के महीने में आतंकवादी हमले बढ़ जाते हैं. पिछले साल अल कायदा ने रमजान के दौरान 100 हमलों का एलान किया था और कहा था कि वह अपने नेता ओसामा बिन लादेन की मौत का बदला लेना चाहता है. इन हमलों में सैंकड़ों लोगों की जान गई थी.
एमजी/एनआर (डीपीए, एएफपी)