रहमान फिर गोल्डन ग्लोब पाने की दौड़ में
१५ दिसम्बर २०१०44 वर्षीय भारतीय संगीतकार और गायक रहमान ने 2009 में इसी श्रेणी में अपना पहला गोल्डन ग्लोब पुरस्कार जीता. उन्हें ब्रिटिश फिल्मकार डैनी बॉयल की ही फिल्म स्लमडॉग मिलियनेयर के लिए यह पुरस्कार मिला. झुग्गी बस्ती के एक लड़के के करोड़पति बनने की इस कहानी ने न सिर्फ दुनिया भर में धूम मचाई, बल्कि इससे रहमान के संगीत की भी खूब जय जयकार हुई.
फिलहाल 127 आवर्स नाम की जिस फिल्म को लेकर रहमान को नॉमिनेशन मिला है उसमें जेम्स फ्रांको ने असल जिंदगी के एक अमेरिकी पर्वतारोही एरॉन राल्सटन की भूमिका अदा की है.
पांच दिन तक पहाड़ों में फंसे रहे राल्सटन को जान बचाने के लिए पत्थर के नीचे दबी अपनी बांह को काटना पड़ा था. फिल्म को समीक्षकों की तरफ से खासी सराहना मिली है. इसमें रहमान का गीत इफ आई राइज़ भी शामिल है जिसे उन्होंने अमेरिकी पॉप स्टार डिडो के साथ मिल कर तैयार किया.
प्रतिष्ठित गोल्डन ग्लोब पुरस्कार के लिए नामांकनों का मंगलवार को एलान हुआ और रहमान का मुकाबला द किंग्स स्पीच के नॉमिनेशन पाने वाले एलेक्जेंडर डेसप्लाट, एलिस इन वंडरलैंड के लिए नॉमिनेशन पाने वाले डैनी एल्फमन, द सोशल नेटवर्क के लिए साझा तौर पर नॉमिनेशन पाने वाले ट्रेंट रेजनर और एटिकस रोस और इंसेप्शन में अपने गीत के लिए नॉमिनेशन पाने वाले हांस त्सिम्मर से है.
मद्रास के मोत्जार्ट नाम से मशहूर रहमान ने 2009 में स्लमडॉग मिलियनेयर के लिए दो ऑस्कर जीते. वैसे इस फिल्म को कुल मिलाकर आठ ऑस्कर पुरस्कार मिले. रहमान की पहली हॉलीवुड फिल्म कपल्स रीट्रीट के गीत ना ना को 2010 के ऑस्कर पुरस्कारों की बेस्ट ऑरिजनल सॉन्ग कैटिगरी में रखा गया लेकिन नामांकन पाने में वह नाकाम रहा. इसी साल पद्म भूषण सम्मान पाने वाले रहमान 52वें ग्रैमी पुरस्कारों में भी अपनी धाक जमा चुके हैं. उन्हें स्लमडॉग मिलियनेयर के लिए दो ग्रामोफोन ट्रॉफी मिलीं.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः एस गौड़