राइडर और विलियम्सन ने संभाली पारी
६ नवम्बर २०१०बाएं हाथ के किवी बल्लेबाज राइडर के जब सिर्फ ग्यारह रन बने थे तभी श्रीसंत की गेंद पर वाइड स्लीप में उठे कैच को छोड़ राहुल द्रविड़ ने उन्हें जीवनदान दे दिया. राइडर ने इस मौके का खूब फायदा उठाया और पहली बार टेस्ट खेलने उतरे नए बल्लेबाज विलियम्सन के साथ 100 रनों से ज्यादा की साझेदारी कर ली. दोनों अभी भी क्रीज पर जमे हुए हैं. फॉलोआन बचाने के लिए जरूरी 22 रन उम्मीद है कि दोनों मिलकर बना लेंगे.
इससे पहले ब्रैंडन मैक्कुलम ने 65 और टेलर ने 56 रन बनाए. इन दोनों के बीच हुई 104 रनों की साझेदारी को हरभजन की गेंद पर टेलर के बल्ले से उठे कैच को लक्ष्मण ने लपक कर तोड़ा. 122 गेंदों का सामना कर 65 रन बनाने वाले मैक्कुलम तो टीम इंडिया के सामने दीवार की तरह अड़ गए थे. मैक्कुलम ने 65 में से 44 रन तो केवल चौका मार कर बना लिए. हालांकि प्रज्ञान के बाएं हाथ से आई एक गेंद संभालने में उनके पैर डगमगा गए. गेंद उनके बल्ले बाहरी किनारा लेते हुए विकेट के पीछे खड़े कप्तान के हाथों में सीधे पहुंची. नतीजा मैक्कुलम नाम की दीवार ढह गई.
भारत की तरफ से प्रज्ञान ओझा ने दो विकेट लिए जबकि हरभजन और जहीर खान को एक एक विकेट मिला. श्रीसंत पहली सफलता हासिल करने के लिए अभी भी जूझ रहे हैं. टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए मेहमान टीम के सामने 487 रन का लक्ष्य रखा है. पहली पारी में वीरेंद्र सहवाग और राहुल द्रविड़ ने शतक लगाए. हरभजन ने 69 रन बनाकर अब तक की अपनी सबसे लंबी पारी खेली.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः महेश झा