रामदेव का आंदोलन आज से फिर शुरू
६ जून २०११एक प्रेस कान्फ्रेंस में रामदेव ने कहा, "किसी को भी कानून का उल्लंघन नहीं करना चाहिए इसलिए मैं दिल्ली नहीं जा रहा हूं. मुझे अपना आंदोलन जारी रखने के लिए नोएडा नहीं पहुंचने दिया गया. अब यह यहीं से होगा."
रामदेव ने कहा कि सरकार उन्हें 15 से 30 दिन तक ही दिल्ली पहुंचने से रोक सकती है और वह राजधानी दोबारा जाएंगे. जब उनसे पूछा गया कि उन्हें उत्तर प्रदेश में प्रवेश करने क्यों नहीं दिया गया तो उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मायावती बैंगलोर में हैं और वह सोमवार को लौटेंगी, लिहाजा यह एक प्रशासनिक फैसला होगा. उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री ने कल रात हुई घटना की निंदा की थी."
अन्ना हजारे को समर्थन
रामदेव ने कहा कि अगर देश के शासक ईमानदार होते तो उन्हें या सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे को सड़कों पर उतरने की जरूरत न पड़ती. रामदेव बुधवार से भूख हड़ताल शुरू करने वाले अन्ना हजारे का साथ देना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि अगर उन्हें दिल्ली जाने की इजाजत मिली तो वह अन्ना हजारे के साथ होंगे.
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह की उनके बारे में की गई टिप्पणियों को बाबा रामदेव ने नजरअंदाज कर दिया. उन्होंने कहा कि वह गैर जिम्मेदार लोगों के बयानों पर टिप्पणियां नहीं करना चाहते.
इस बीच एक वकील अजय अग्रवाल ने सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई है कि बाबा रामदेव से जुडे़ पूरे घटनाक्रम पर सरकार से श्वेत पत्र जारी करने का निर्देश दिया जाए. सुप्रीम कोर्ट ने याचिका के बारे में प्रेस को सारी जानकारी पहले ही दिए जाने के कारण याचिका खारिज कर दी.
अग्रवाल ने कहा था कि सरकार को श्वेत पत्र में कि रामदेव के साथ बातचीत और उसके बाद का सारा घटनाक्रम बताना चाहिए. उधर भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि वह रामदेव मामले में राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील से मिलेंगे और उनके हस्तक्षेप का अनुरोध करेंगे.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः आभा एम