लगान की कहानी ने आमिर को बना डाला प्रोड्यूसर
१६ जून २०११सुपरस्टार और फिल्म निर्माता आमिर खान का कहना है कि आशुतोष गोवारिकर फिल्म लगान की कहानी नहीं लिखते तो वह शायद कभी फिल्म निर्माता नहीं बन पाते. आमिर कहते हैं, "मैंने अपने पिता को प्रोड्यूसर के तौर पर संघर्ष करते देखा. वह नहीं चाहते थे कि मैं कभी प्रोड्यूसर बनूं. लेकिन आशुतोष की स्क्रिप्ट इतनी अच्छी थी कि मैं अपने को रोक नहीं पाया." लगान के निर्माण के 10 साल और आमिर खान प्रोडक्शन्स का एक दशक पूरा होने पर आमिर ने ये बातें कहीं.
ऐसे बने आमिर प्रोड्यूसर
आमिर के मुताबिक फिल्म फाइनेंसर झामू सुगंध हमेशा उन्हें फिल्म के निर्माण के लिए कहते थे. आमिर उन दिनों को याद करते हुए कहते हैं, "हमने जब रंगीला में साथ काम किया. तब से झामू कहते आए कि मुझे फिल्म बनाना चाहिए. लेकिन मैं हमेशा मना कर देता था. जब मैंने फैसला किया कि मुझे प्रोड्यूसर बनना है तो मेरे पिता ने आगे बढ़ने का हौसला दिया." आमिर कबूल करते हैं कि उनके अंदर इतनी हिम्मत नहीं थी कि वह आशुतोष को फिल्म निर्माता के तौर पर हामी भर पाए.
कामयाबी का राज
आमिर अपने आपको खुशकिस्मत मानते हैं कि "जादुई कहानियां" जैसे तारे जमीन पर, पीपली लाइव, धोबी घाट, जाने तू या जाने ना जिनका निर्माण आमिर के होम प्रोडक्शंस ने किया. सरफरोश और रंग दे बसंती में उन्हें अभिनय का मौका दिया गया.
आमिर अपनी पूर्व पत्नी और लगान की एक्जिक्यूटिव प्रोड्यूसर रीना की तारीफ करते हुए कहते हैं, "शादीशुदा जिंदगी के दौरान रीना फिल्मों से ज्यादा नहीं जुड़ीं हुई थीं. यह बड़ा ही आश्चर्यजनक है कि उन्होंने किस तरह से फिल्म पर पकड़ बनाई. लगान की प्रोडक्शन टीम की रीना एक महत्वपूर्ण सदस्य थीं."
मुंबई में लगान के 10 साल पूरे होने पर एक पार्टी का आयोजन किया गया जिसमें फिल्म से जुड़े कलाकार और निर्माण दल के लोग शामिल हुए. आमिर की दूसरी फिल्मों के भी कलाकार पार्टी में नजर आए. लगान के नैरेटर अमिताभ बच्चन भी थोड़ी देर के लिए पार्टी में पहुंचे.
रिपोर्टः पीटीआई/आमिर अंसारी
संपादनः ए जमाल