ललित मोदी हारे मुकदमा देना होगा हर्जाना
२६ मार्च २०१२भारतीय क्रिकेट लीग आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ने जनवरी 2010 में ट्विटर पर लिखा था कि क्रिस केर्न्स को आईपीएल में इसलिए खेलने से रोक दिया गया क्योंकि उन पर मैच फिक्सिंग के आरोप लगे थे. क्रिस केर्न्स ने ललित मोदी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज करा दिया. लंदन हाईकोर्ट ने इस मामले में सुनवाई की और दोनों पक्षों को सुनने के बाद केर्न्स के पक्ष में फैसला सुना दिया.
हाईकोर्ट के जज डेविड बीन ने कहा कि ललित मोदी एक भी ऐसा सबूत नहीं पेश कर सके जिससे कि क्रिस केर्न्स के मैच फिक्सिंग या स्पॉट फिक्सिंग में शामिल होने की पुष्टि हो सके. जज ने कहा, "जाहिर है कि किसी पेशेवर क्रिकेटर पर मैच फिक्सिंग का आरोप उसकी छवि पर असर डालता है और अगर आरोप सच हो तो उसकी कद्र और ईमानदारी खत्म हो जाती है. यह आरोप किसी के आतंकवाद या सेक्स अपराधों में शामिल होने जितने तो गंभीर नहीं लेकिन इसके बावजूद यह बेहद गंभीर आरोप हैं जिन्हें किसी पेशेवर खिलाड़ी पर लगाया जाए." कोर्ट ने यह भी कहना है कि ललित मोदी ऐसा भी कोई सबूत नहीं पेश कर सके जो किसी धोखाधड़ी या शंका के लिए मजबूत आधार बन सके.
सुनवाई के दौरान जज को यह भी बताया गया कि ललित मोदी की ट्वीट को तो 100 से भी कम लोगों ने पढ़ा लेकिन क्रिकेट वेबसाइट क्रिकइन्फो ने इसे छाप दिया जिसके बाद कई लोगों की जानकारी में यह बात आ गई. किरस की शिकायत के बाद क्रिकइन्फो ने अपनी रिपोर्ट वापस ली, माफी मांगी और हर्जाना भी दिया. ललित मोदी ने ऐसा करने से इनकार कर दिया और यही कहते रहे कि उनके लगाए आरोप सच्चे हैं.
क्रिस केर्न्स सोमवार को कोर्ट का फैसला सुनने के लिए अदालत में मौजूद नहीं थे. जज ने बिना ज्यूरी के ही मुकदमे की सुनवाई की. 41 साल के क्रिस केर्न्स ने न्यूजीलैंड के क्रिकेट टीम की वनडे मैचों में कप्तानी की है. क्रिस ने 62 टेस्ट मैच भी खेले हैं. क्रिस का कहना है कि इस मामले ने 20 साल में कमाए उनके क्रिकेट करियर को खत्म कर दिया और यहां तक कि उनकी शादीशुदा जिंदगी में भी इसकी वजह से भारी तनाव आ गया.
रिपोर्टः रॉयटर्स, एपी/एन रंजन
संपादनः आभा एम