वर्ल्ड कप के लिए क्वॉलिफाइंग दौर का ड्रॉ निकला
३१ जुलाई २०११एक नजर डालते हैं कि महामुकाबले तक पहुंचने के लिए जांबाज टीमों को कहां कहां और किस रूप में चुनौती का सामना करना होगा.
एशिया
एशिया से कुल चार दौर के मुकाबलों के बाद 43 में से कुल 16 टीमों को चुना गया है. इनके बीच होने वाला मुकाबला साढ़े चार टीमों के लिए जगह तय करेगा. चार टीमें तो इसी मुकाबले से तय हो जाएंगी. हो सकता है कि पांचवीं टीम भी आ जाए, जिसका फैसला दक्षिण अमेरिका के साथ होने वाले चौथे दौर के अंतरमहाद्वीपीय मुकाबले से होगा.
ग्रुप एः चीन, इराक, जॉर्डन, सिंगापुर
ग्रुप बीः कुवैत, लेबनान, संयुक्त अरब अमीरात, दक्षिण कोरिया
ग्रुप सीः जापान, उज्बेकिस्तान, सीरिया, उत्तर कोरिया
ग्रुप डीः ऑस्ट्रेलिया, सउदी, ओमान, थाइलैंड
ग्रुप ईः ईरान, बहरीन, कतर, इंडोनेशिया
अफ्रीका
महाद्वीप की 52 टीमों के बीच वर्ल्ड कप की पांच सीटों के लिए मुकाबला होगा. इनमें से सबसे कम रैंकिंग वाली 24 टीमें पहले राउंड में नवंबर 2001 में भिड़ेंगी. इनमें से 10 बेहतरीन टीमें और बाकी की 28 टीमों के बीच मुकाबला दूसरे राउंड में होगा.
पहला राउंड
सेशेल्स, चाड, केन्या, कांगो डीआर, कांगो, गिनी बिसाऊ, जिबाउटी, मॉरिटियानिया, कोमोरस, इक्वेटोरियल गिनी, सोमालिया, लेसोथो, एरिटेसिया, स्वाजीलैंड, साओ टोम ए प्रिंसिपल, तंजानिया, रवांडा, बुरुंडी, इथियोपिया, मेडागास्कर, मोजाम्बिक, लाइबीरिया, नामीबिया, टोगो.
दूसरा राउंड
ग्रुप एः दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक
ग्रुप बीः ट्यूनीशिया, केप वर्दे आइलैंड, सिएरा लियोन
ग्रुप सीः आइवरी कोस्ट, मोरक्को, गाम्बिया
ग्रुप डीः घाना, सूडान, जाम्बिया
ग्रुप ईः बुर्किना फासो, गेबान, नाइजर
ग्रुप एफः नाइजीरिया, मालावी
ग्रुप जीः मिस्र, गिनी, जिम्बाब्वे
ग्रुप एचः अल्जीरिया, माली, बेनिन
ग्रुप आईः कैमरून, लीबिया
ग्रुप जेः सेनेगल, यूगांडा, अंगोला
यूरोप
यूरोप की सभी 53 टीमें 2014 के फुटबॉल वर्ल्डकप के लिए क्वॉलिफाइंग दौर में शामिल होंगी. नौ गुटों में बंटी इन टीमों के बीच सितंबर 2012 से मुकाबले शुरू होंगे और इनमें बढ़िया प्रदर्शन करने वाली 13 टीमों को वर्ल्ड कप के महामुकाबले में जगह मिलेगी.
ग्रुप एः सर्बिया, बेल्जियम, क्रोएशिया,स्कॉटलैंड, एफवाईआर मैसेडोनिया, वेल्स
ग्रुप बीः इटली, डेनमार्क, चेक रिपब्लिक, बुल्गारिया, अर्मेनिया, माल्टा
ग्रुप सीः जर्मनी, स्वीडन, रिपब्लिक ऑफ आयरलैंड, ऑस्ट्रिया, फराओ आईलैंड, कजाकिस्तान
ग्रुप डीः नीदरलैंड, हंगरी, तुर्की, रोमानिया, एस्टोनिया, अंदोरा
ग्रुप ईः नॉर्वे, स्लोवेनिया,स्विट्जरलैंड, अल्बानिया, साइप्रस, आईसलैंड
ग्रुप एफः पुर्तगाल, रूस, इस्राएल, नॉर्दर्न आयरलैंड, अजरबैजान, लग्जमबर्ग
ग्रुप जीः ग्रीस, स्लोवाकिया, बोस्निया हर्जेगोविना, लिथुआनिया, लातविया, लिश्टेनश्टाइन
ग्रुप एचः इंग्लैंड, मोन्टेनेग्रो, यूक्रेन, पोलैंड, माल्दोवा, सैन मारिनो
ग्रुप आईः स्पेन, फ्रांस, बेलारूस, जॉर्जिया, फिनलैंड
उत्तर और मध्य अमेरिका
कैरेबियाई देशों की कुल 35 टीमें हैं जिनके बीच क्वॉलिफाइंग दौर में मुकाबला होगा. इस पूरे क्षेत्र से कुल 3.5 टीमों की जगह बनती है. यहां की सबसे कमजोर 10 टीमों के बीच पहले दौर का मुकाबला होने के इनमें से पांच टीमों को चुन लिया गया है.
पहला राउंड
मोन्त्सेराट, बेलीज, तुर्क एंड साइकोज आइलैंड, बाहमास, यूएस वर्जिन आइलैंड, ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड, अंगुइला, डोमिनिकन रिपब्लिक, अरूबा और सेंट लूसिया.
अब इनमें पांच बेहतर टीमों को बाकी की 25 टीमों के साथ मिला कर दूसरे दौर का मुकाबला होगा.
दूसरा राउंड
ग्रुप एः अल सल्वाडोर, सूरीनाम, केमैन आइलैंड, डोमिनिकन रिपब्लिक
ग्रुप बीः त्रिनिदाद एंड टोबैगो, गुयाना, बारबाडोस, बरमूडा
ग्रुप सीः पनामा, डोमिनिका, निकारागुआ, बाहमास
ग्रुप डीः कनाडा, सेंट किट्स एंड नेविस, प्यूर्टो रिको, सेंट लूसिया
ग्रुप ईः ग्रेनाडा, ग्वाटेमाला, सेंट विंसेंट/ग्रेनाडाइंस
ग्रुप एफः हैती, एंटीगुआ एंड बारबुडा, क्यूराकाओ, यूएस वर्जिन आईलैंड
दूसरे दौर की 30 टीमों में से चुनी गईं छह मजबूत टीमें तीसरे दौर में छह सबसे मजबूत टीमों से भिड़ेंगी.
तीसरा राउंड
ग्रुप एः अमेरिका, जमैका
ग्रुप बीः मेक्सिको, कोस्टा रिका
ग्रुप सीः होंडुरास, क्यूबा
तीसरे दौर की तीन टीमों को तो सीधे जगह मिल जाती है लेकिन चौथे नंबर पर आने वाली टीम को अंतरमहाद्वीपीय मुकाबले में ओसेनिया की विजेता टीम से भिड़ना होता है और यहां जीतने वाली टीम को वर्ल्ड कप मुकाबले में जगह मिलती है.
ओसेनिया
पहला दौरः ओसेनिया से पहले दौर के मुकाबलों में अमेरिकन समोआ, द कुक आईलैंड, समओ और टोंगा के बीच लीग सिस्टम के तहत मुकाबला होता है. जीतने वाले को दूसरे राउंड में जगह मिलती है.
दूसरा दौर
ग्रुप एः वानुआती, न्यू कैलेडोनिया, ताहिती, पहले दौर का विजेता
ग्रुप बीः फिजी, न्यूजीलैंड, सोलोमन आइलैंड, पापुआ न्यू गिनी
दूसरे दौर की विजेता टीम अंतरमहाद्वीपीय मुकाबले में उत्तर व मध्य अमेरिका और कैरेबियाई देशों के साथ मुकाबले में शामिल होती है.
दक्षिण अमेरिका
यहां से मेजबान के रूप में ब्राजील तो पहले ही क्वॉलिफाई कर चुका है. बाकी की नौ टीमें आपस में और फिर अंतरमहाद्वीपीय मुकाबलों में एशिया की टीमों के साथ भिड़ती हैं. चार टीमों के नाम तो इसी दौर के मुकाबलें से तय हो जाएंगे. पांचवां नाम एशिया के साथ अंतरमहाद्वीपीय मुकाबले से तय होगा.
टीमें: अर्जेंटीना, बोलिविया, चिली, इक्वाडोर, पराग्वे, पेरू, उरुग्वे, वेनेजुएला
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः वी कुमार