वर्ल्ड चैंपियनशिप में केन्याई तूफान
२७ अगस्त २०११चैंपियनशिप के पहले दिन लंबी दूरी की सभी छह दौड़ें केन्याई धावकों के नाम रहीं. आलम यह रहा कि केन्याई रेसर अपने ही हमवतनों से मुकाबला करते दिखें. बाकी देशों के धावक उनके पीछे हांफते दिखे. 32 किलोमीटर की मैराथन दौड़ में महिला धावक एडना किपलागैट ने स्वर्णिम प्रदर्शन किया. 31 साल की किपनागैट ने दो घंटे, 28 मिनट और 43 सेकेंड में रेस पूरी की. दूसरे स्थान पर उन्हीं की देश की प्रिस्का जेप्तो रहीं. वह किपलागैट से महज 17 सेकेंड पीछे रहीं.
जीत के बाद किपलागैट ने कहा, "यह पहला मौका है जब मैं किसी चैंपियनशिप में भाग ले रही हूं. मुझे खुशी है कि पहली ही बार में मुझे जीत मिली. मैं खरीदारी कर जीत का जश्न मनाऊंगी."
10,000 मीटर की दौड़ में केन्याई की विवियन चेरीयॉट का तेज रफ्तार स्टेमिना बाकियों पर भारी पड़ा. 2009 में 5,000 मीटर की रेस जीतने वाली चेरीयॉट ने इस बार 30 मिनट 49 सेकेंड में 10 किलोमीटर की दूरी नाप दी. शुरुआत में 3000 मीटर की दौड़ तक अमेरिकी धाविका आगे रही, फिर केन्या की लिनेट मसाई आगे निकली. लेकिन आखिरी 1,000 मीटर में चेरीयॉट ने मसाई को भी एक सेकेंड के फासले से पीछे छोड़ दिया. लंबी दूरी की दूसरी प्रतिस्पर्द्धाओं में भी केन्याई धावकों ने स्वर्ण पदक जीता.
अटकलों और कयासों को पीछे छोड़ते हुए दुनिया के सबसे तेज पुरुष धावक जमैका से उसैन बोल्ट ने भी देगू में स्वर्णिम शुरुआत की. बोल्ट को अपने ही देश के योहान ब्लैक से कड़ी टक्कर मिली. 100 की फर्राटा दौड़ में बोल्ट ने 10.10 सेकेंड में पूरी की, वहीं ब्लैक सिर्फ .02 सेकेंड पीछे रहे. यानी पलक झपकने में लगने वक्त के बराबर अंतर से दूसरे स्थान पर रहे. ब्लैक के प्रदर्शन से फर्राटा रेस के महान धावक रह चुके मौरिस ग्रीन खासे प्रभावित हैं. ग्रीन के मुताबिक ब्लैक आने वाले वक्त में बोल्ट की बादशाहत खत्म कर देंगे.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: एन रंजन