वॉर्न और दीक्षित के झगड़े में ललित मोदी का चौका
१७ मई २०११मंगलवार को राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन और राजस्थान रॉयल्स के अधिकारियों की मुंबई में बैठक होगी. इसमें बीच का रास्ता निकाल वॉर्न और दीक्षित के झगड़े को शांत करने की कोशिश की जाएगी. राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन ने राजस्थान रॉयल्स की माफी को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है. इसके बाद ही बीसीसीआई ने दोनों पक्षों की यह बैठक रखवाई है.
राजस्थान रॉयल्स के कप्तान शेन वॉर्न और राज्य क्रिकेट संघ के अधिकारी संजय दीक्षित के बीच झगड़े की शुरुआत नौ मई को हुई. जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में चेन्नई और राजस्थान रॉयल्स को भिड़ना था. इस मैच के लिए स्टेडियम की पिच बदल दी गई. वॉर्न इस पर भड़क गए. वॉर्न के खुलकर दीक्षित की आलोचना कर दी. सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर वॉर्न ने लिखा, ''आईपीएल खत्म होने तक इंतजार कीजिए. मैं उन बातों का जिक्र करूंगा जो रायल्स को लेकर उन्होंने (दीक्षित) कहीं. दुर्भाग्य से यह सब दीक्षित का अंहकार है.'' वॉर्न को जवाब देते हुए दीक्षित ने लिखा, ''मैं भी ये बातें सुनना चाहता हूं. यह तय कर लें कि आधार के लिए सबूत भी हों.''
इस दौरान आईपीएल के निलंबित चैयरमैन ललित मोदी झगड़े में कूद पड़े. उन्होंने लिखा, ''बीसीसीआई में आगे बढ़ने का सबसे आसान रास्ता है कि आप ललित मोदी को बदनाम करें. हर किसी को यह पता है. अगर आपको यकीन नहीं तो संजय दीक्षित से पूछिए.'' इसके जवाब में दीक्षित ने भड़कते हुए लिखा, ''अपशब्द..भगोड़ा. भारत वापस आओ, मैं तुम्हें मजा चखाऊंगा.''
इंटरनेट और सोशल मीडिया पर छिड़े इस संग्राम के बाद क्रिकेट एसोसिएशन ने बीसीसीआई से वॉर्न की शिकायत की. 14 मई को राजस्थान रॉयल्स ने राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन को पत्र भेज माफी मांगी. लेकिन दीक्षित ने माफी कबूल नहीं की और आपराधिक शिकायत दर्ज करवाने की बात कही.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: एन रंजन