शराब के खिलाफ जंग में रूस ने उतारी गिलहरी
४ दिसम्बर २०१०यह गिलहरी असली नहीं बल्कि एनिमेटेड है. यह एक विज्ञापन प्रचार अभियान का हिस्सा है जो रूसी लोगों को शराब के खिलाफ जागरुक करने के लिए तैयार किया गया है. इस एड में गिलहरी एक पियक्कड़ की तरह बात करती है और लोगों को समझाती है कि शराब पीना कितना खतरनाक है. इसे काफी पसंद किया जा रहा है. अब तक इसे टेलीविजन पर नहीं दिखाया गया है लेकिन अकेले यू ट्यूब पर इसे 13 लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं. (आप भी देखें: http://www.youtube.com/watch?v=73cjNp7n75o)
लाल आंखों वाला यह छोटा सा जानवर बहकते हुए 56 सेकेंड्स की एड में अकेला ही बोलता रहता है. यह मकड़ियों के शिकार के बारे में बात करता है. और अपने एक दोस्त की पत्नी को कत्ल कर देने के बारे में भी बताता है. साथ ही वह वोल्गा नदी के बारे में एक मशहूर गाना भी गाता है. एड के आखिर में कहा जाता हैः क्या आप पीते हैं? अगर हां, तो मैं आप तक भी आ रहा हूं. यह लाइन असल में एक वॉशिंग पाउडर के एड की मशहूर लाइन की पैरोडी है.
रूसी मीडिया में इस एड को काफी जगह मिल रही है. एक अखबार आर्ग्युमेंटी ए फाक्ती ने लिखा, "यह एड पिछले 10 साल में रूस का सबसे चर्चित सामाजिक विज्ञापन बन गया है."
रूस में अल्कोहल एक बड़ी समस्या बनता जा रहा है. हाल ही में सरकार ने शराब पीकर गाड़ी चलाने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है. वोदका की कीमतों का नया न्यूनतम स्तर तय किया गया है. रात में अल्कोहल बेचने की सीमा भी तय कर दी गई है. शराब की वजह से हर साल रूस में लगभग पांच लाख लोगों की जान जाती है. इसकी वजह से पुरुषों की औसत उम्र भी काफी कम हो गई है. रूस में पुरुषों को औसत उम्र बांग्लादेश और होंडूरास जैसे पिछड़े देशों से भी कम है.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः ए कुमार