शादीशुदा आदमी ने कहा, मैं ही हूं गे गर्ल
१४ जून २०११स्कॉटलैंड के अमेरिकी टॉम मैकमास्टर ने माना कि वह ही अमीना अब्दुल्लाह हैं जिसके लोकतंत्र समर्थक विरोध ने दुनिया भर में लोगों का ध्यान खींचा. 15 मार्च को सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद के विरोध में शुरू हुए प्रदर्शनों के बारे में यह ब्लॉग था.
मैकमास्टर ने पाठकों से माफी के मांगते हुए लिखा कि उन्हें कभी नहीं लगा था कि इतने लोगों का ध्यान उनकी ओर जाएगा. उन्होंने लिखा, "मुझे नहीं लगता कि मैंने किसी को नुकसान पहुंचाया है. मेरा मानना है कि मैंने उन मुद्दों पर अहम आवाज उठाई है जो मुझे छूते हैं. मुझे उम्मीद है कि क्रांति के इस दौर में लोग मध्य पूर्व के लोगों और उनके संघर्ष की तरफ ध्यान देंगे."
सच्चाई पर सवाल
पिछले सप्ताह इस ब्लॉग में 'अमीना के कजन' के नाम से किसी ने लिखा था कि अब्दुल्लाह का किसी ने रास्ते पर अपहरण कर लिया है और उसे अल असद के परिवार का स्टिकर लगी हुई एक कार में ले जाया गया है.
इसके बाद लोगों ने फ्री अमीना अब्दुल्लाह नाम से ग्रुप शुरू किए लेकिन फिर इस लड़की की सच्चाई पर सवाल उठने लगे.
ब्लॉगर ने दावा किया है कि वह अमेरिकी सीरियाई नागरिक है. वहीं अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मार्क टोनर ने कहा, "अमेरिकी अधिकारी इन रिपोर्टों की जांच कर रहे थे लेकिन जांच में सामने आया कि यह महिला सच में नहीं है और वह उसकी नागरिकता के बारे में कुछ नहीं बता सकते."
गहरी नाराजगी
टोनर ने कहा, "मुझे लगता है कि यह ब्लॉग सीरिया में मानवाधिकारों की खराब हालत के बारे में कहता है. इतने लोगों ने इसे देखा, सुना और इसे विश्वसनीय माना."
अब्दुल्लाह को रिहा करने का अभियान छेड़ने वाले और इस ब्लॉग को पढ़ने वाले लोगों में इस समाचार के बारे में गहरी नाराजगी है. एक व्यक्ति ने कहा, "इससे मुझे बहुत गुस्सा आया है. क्योंकि यह गंभीर मामला है कोई लतीफा नहीं. यह ध्यान खींचने की कोई चीज नहीं. जीते जागते इंसान खतरे में हैं और इससे हालात और गंभीर हो सकते हैं."
ब्रिटेन के द गार्डियन अखबार ने कहा कि मैकमास्टर की पत्नी ब्रिटा फ्रोएलिषर ने एक ईमेल में पुष्टि कि है कि उनके पति ही दमिश्क ब्लॉग में गे गर्ल हैं.
रिपोर्टः डीपीए/आभा एम
संपादनः वी कुमार