श्रीलंका वर्ल्ड कप फाइनल में
२९ मार्च २०११श्रीलंका ने आसान लक्ष्य का पीछा करते हुए भी बहुत संभल संभल कर रन बनाए और 100 का आंकड़ा पार करने में 23 ओवर से भी ज्यादा लगे. दिलशान 30 रन बना कर आउट हुए, तो उस वक्त श्रीलंका का स्कोर 40 रन था. इसके बाद कप्तान कुमार संगकारा और तिलकरत्ने दिलशान ने पारी को आगे बढ़ाया. उन्होंने दूसरे विकेट के लिए बेहद जरूरी साझीदारी की और टीम के लिए जीत की नींव रखी. श्रीलंका ने 47.5 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर 220 रन बना कर जीत हासिल कर ली.
इस तरह श्रीलंका लगातार दूसरी बार वर्ल्ड कप फाइनल में पहुंच गया है. दो अप्रैल को उसका मुकाबला भारत या पाकिस्तान में से किसी एक से होगा. भारत और पाकिस्तान के बीच दूसरा सेमीफाइनल बुधवार को मोहाली में खेला जा रहा है.
न्यूजीलैंड ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी की
इससे पहले न्यूजीलैंड के कप्तान डेनियल वेटोरी ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और टीम ने ठीकठाक शुरुआत की. लेकिन तूफानी बल्लेबाज ब्रैंडम मैकुलम 11 रन बना कर आउट हो गए और उसके बाद न्यूजीलैंड पर दबाव बढ़ने लगा. फिर भी टीम ने लगभग पांच रन प्रति ओवर की गति से स्कोरिंग जारी रखी.
बाद में रॉस टेलर ने 36 और स्कॉट स्टाइरिस ने बेहतरीन अर्धशतक बनाया और लगने लगा कि न्यूजीलैंड की टीम 250 रन के स्कोर तक पहुंच सकती है. पर ऐसे मौके पर पूरी तरह फिट न होने के बावजूद मुरलीधरन की गेंद ने जादू कर दिया और स्टाइरिस आउट हो गए. उन्होंने अपनी टीम की तरफ से सबसे ज्यादा स्कोरिंग की.
बाद में न्यूजीलैंड का निचला क्रम भरभरा गया और पांच विकेट सिर्फ 13 रन जोड़ते जोड़ते गिर गए. शुरू के छह बल्लेबाज जरूर दहाई में पहुंचे लेकिन बाद के पांच बल्लेबाज 10 का आंकड़ा नहीं छू पाए और पूरी टीम 48.5 ओवर में 217 रन बना कर आउट हो गई.
रिपोर्टः एजेंसियां/ईशा भाटिया
संपादनः ए जमाल