सउदी अरब में महिला कैशियरों पर बैन
१ नवम्बर २०१०सउदी अरब के शाह अब्दुल्लाह देश में कट्टरपंथी इस्लामी विचारधारा को बढ़ावा देने वालों को नियंत्रण में लाना चाहते हैं लेकिन उनकी रणनीति काम नहीं कर रही है.
देश के वरिष्ठ धार्मिक नेताओं की समिति को सरकारी मान्यता हासिल है. उनका कहना है कि सउदी अरब में महिलाओं और पुरुषों का मिलना कानून के खिलाफ है. समिति ने रविवार को एक फैसले में कहा कि महिलाओं को ऐसे किसी पेशे में काम नहीं करना चाहिए जिसमें पुरुषों से मिलने की संभावना हो. इसलिए महिलाएं सामान बेचने वाले काम भी नहीं कर सकतीं.
देश की सरकार ने फतवों पर रोक लगाई थी. इस साल अगस्त में एक रूढ़िवादी धार्मिक नेता को हिरासत में ले लिया गया जब उसने सुपरमार्केट औऱ बाज़ारों में काम कर रहीं महिला कैशियरों का बॉयकॉट करने की मांग की थी.
शाह अब्दुल्लाह तो कट्टरपंथियों को नियंत्रण में रखने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन सउदी अरब के शासन को भी कट्टरपंथी वहाबी गुट के धार्मिक नेताओं से मान्यता पानी होती है जिसकी वजह से अब्दुल्लाह को भी उन पर कुछ हद तक निर्भर रहना पड़ रहा है.
रिपोर्टःएपी/एमजी
संपादनः महेश झा