सियाचिन पर हुई भारत पाक वार्ता नाकाम
३१ मई २०११सियाचिन में सेना की उपस्थिति को कम करने के सिलसिले में भारत और पाकिस्तान के रक्षा सचिवों की मुलाकात नई दिल्ली में मंगलवार को खत्म हुई. एक साझा बयान में कहा गया कि दोनों देशों ने अपने पक्ष सामने रखे लेकिन समाधान के तौर पर किसी भी सुझाव पर सहमति नहीं बन सकी. भारतीय मीडिया के मुताबिक दोनों देश अपने पुराने रवैये से हटने को तैयार नहीं हैं. हालांकि भारत के रक्षा मंत्रालय अधिकारियों ने मीडिया रिपोर्टों पर कोई भी टिप्पणी करने से इनकार किया है.
भारत और पाकिस्तान के बीच रक्षा सचिव स्तरीय बातचीत की शुरुआत सोमवार को हुई. इसके तहत दोनों देश सियाचिन में सेना की वापसी और औपचारिक सीमा पर सहमति बनाने की कोशिश कर रहे थे. दोनों देशों का मानना है कि इस विवाद के खत्म होने से कश्मीर जैसे बड़े मुद्दे पर बात की जा सकेगी. 2008 में मुंबई हमलों के बाद पहली बार दोनों देशों के रक्षा सचिवों के बीच मुलाकात हो रही है.
भारत ने 1984 में सियाचिन में पहली बार सेना को तैनात किया. भारत सरकार का कहना है कि जब तक पाकिस्तान सियाचिन के आसपास अपने सही ठिकानों का खुलासा नहीं करता, तब तक भारतीय सेना दुनिया के सबसे ऊंचे रणक्षेत्र (6000 मीटर) पर तैनात रहेगी. पाकिस्तान का कहना है कि वह ऐसा करने को तैयार है, लेकिन इसका मतलब नहीं कि भारत का सियाचिन पर पूरा नियंत्रण रहेगा. 2003 से इलाके में युद्धविराम है.
रिपोर्टः रॉयटर्स/एमजी
संपादनः ओ सिंह