स्वामी रामदेव से अनशन तोड़ने की अपील, बाबा अड़े
१२ जून २०११भ्रष्टाचार और विदेशी बैंकों से काला धन वापस लाने की मांग को लेकर स्वामी रामदेव 4 जून से भूख हड़ताल पर हैं. शुक्रवार को तबीयत बिगड़ने के बाद बाबा रामदेव को देहरादून के हिमालयन अस्पताल में भर्ती कराया गया और अब उनकी हालत स्थिर है. अस्पताल में श्री श्री रविशंकर ने योग गुरू से मुलाकात के बाद बताया कि वह अनशन जारी रखने के रुख पर कायम हैं लेकिन वह भी अनशन तुड़वा कर ही दम लेंगे.
"वह हठ कर रहे हैं. मैं भी हठी हूं और उनका अनशन समाप्त कराऊंगा. जब तक उनकी भूख हड़ताल खत्म नहीं होती, मैं यहां से नहीं जाऊंगा." यह दूसरी बार है जब आध्यात्मिक गुरू ने स्वामी रामदेव से मुलाकात की है और अनशन समाप्त करने के लिए मनाने की कोशिश की है. बाबा रामदेव पिछले आठ दिन से भूख हड़ताल पर हैं.
डॉक्टरों का कहना है कि रामदेव की हालत स्थिर है लेकिन उनका रक्तचाप लगातार गिर रहा है और नब्ज की गति चिंता का कारण है. "स्वामी जी को कोमा में न जाने देने के लिए हम उनसे अपील कर रहे हैं कि वह कुछ खाएं. नैतिक रूप से हम उन्हें जबरदस्ती नहीं खिला सकते. लेकिन अगर उनकी हालत में उतार चढ़ाव बना रहता है तो फिर हम जिला प्रशासन से उचित कदम उठाने के लिए कहेंगे."
.श्री श्री रविशंकर ने सरकार और योग गुरू के बीच मध्यस्थता की इच्छा भी जाहिर की है. "मैं मेल जोल की कोशिशों के लिए हमेशा तैयार हूं. यह मुद्दा काफी संवेदनशील है. अगर सरकार कुछ करना चाहती है तो मैं बातचीत के लिए तैयार हूं." फिलहाल केंद्र सरकार ने साफ कर दिया है कि योग गुरू के साथ पीछे के दरवाजे से बातचीत नहीं हो रही है.
यूपीए सरकार में कानून और न्याय मंत्री वीरप्पा मोइली ने बैंगलोर में पत्रकारों को बताया कि सरकार और रामदेव के बीच या किसी अन्य व्यक्ति के साथ किसी भी तरह की बातचीत नहीं हो रही है. जब मोइली से पूछा गया कि क्या सरकार ने योग गुरू का अनशन तुड़वाने के लिए श्री श्री रविशंकर का सहारा लिया है तो उन्होंने कुछ कहने से इनकार कर दिया. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत, पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम और भारतीय जनता पार्टी ने रामदेव से अनशन समाप्त करने की अपील की है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: महेश झा