हांफते हुए जर्मनी ने कनाडा को हराया
२७ जून २०११जर्मन राष्ट्रपति, चांसलर, फीफा अध्यक्ष और करीब 74 हजार दर्शकों के बीच जर्मनी की बोहनी जीत से तो हुई लेकिन प्रदर्शन प्रभावशाली नहीं रहा. कनाडा ने 2003 और 2007 का महिला वर्ल्ड कप जीतने वाले जर्मनी को कड़ी टक्कर दी. मेहमान टीम ने अगर कुछ गलतियां न की होतीं तो शायद वह जर्मनी के हरा भी देती. पहले हाफ में जर्मनी को 1-0 की बढ़त मिली लेकिन कनाडा की कप्तान क्रिस्टीन सिनक्लेयर ने शानदार फ्री किक जड़ स्कोर बराबर कर दिया.
दूसरे हाफ में भी मुकाबला काफी कड़ा रहा. दोनों टीमों ने गोल करने की भरपूर कोशिश की, पर कनाडा ने गलतियां ज्यादा की. शुरुआत में सिनक्लेयर को कनाडा के लिए एक और फ्री किक मिली. लेकिन इस बार 12 मीटर दूर से मिली फ्री किक गोलविहीन हो गई. गेंद गोल पोस्ट के कॉर्नर के टकरा कर बाहर निकल गई. इस मायूसी के बाद भी कनाडा को कई मौके मिले लेकिन टीम उन्हें भुनाने में नाकामयाब रही.
इस बीच जर्मनी ने एक गोल और कर 2-1 की बढ़त हासिल कर ली. कनाडा को फ्री किक के जरिए 82वें मिनट में फिर स्कोर बराबर करने का मौका मिला. लेकिन तमन्ना तमन्ना ही रह गई, मैच 2-1 के नतीजे के साथ खत्म हुआ.
जीत के बाद जर्मनी की कोच सिल्विया नाइड ने कहा, "हमने खेल की शुरुआत अच्छे ढंग से की लेकिन फर्स्ट हाफ के अंत तक हम बुरा खेलने लगे. दूसरे हाफ में भी कई मौके मिले लेकिन हम उन्हें भुना नहीं सके. कनाडा ने वापसी करने की बहुत कोशिश की लेकिन अब मैच खत्म हो चुका है और हम जीत चुके हैं."
वहीं कनाडा की मिडफील्डर सोफी स्मिट ने हार के बावजूद अपनी टीम की तारीफ की, "जर्मन टीम के साथ बराबरी करना बहुत मुश्किल होता है. उनका आकार ही देखिए, वे हम पर भारी पड़ते हैं. मुझे लगता है कि हमने ठीक प्रदर्शन किया, हमने गोल करने के लिए उनसे खूब दौड़ लगवाई."
वहीं एक दूसरे मुकाबले में फ्रांस ने नाइजीरिया को 1-0 से हराया. सोमवार को इंग्लैंड और मेक्सिको का मुकाबला होना है. न्यूजीलैंड का सामना जापान की महिलाओं से होगा.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: एस गौड़